हिसार: हिसार राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर रोडवेज यूनियन के पदाधिकारियों ने बसों का चक्का जाम किया। हालांकि बस स्टैंड पर ज्यादा असर नहीं दिखा। रोडवेज प्रशासन ने पुलिस लाइन और बस स्टैंड के आस-पास के एरिया से बसें चलाईं। हालांकि यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रोडवेज प्रशासन ने बस चलाने के लिए एक दिन पहले रणनीति तैयार की थी। शहर के अलग-अलग जगहों पर गुरुवार शाम को ही बसें भेज दी थी। इसकी वजह से बस संचालन हो सका। किलोमीटर स्कीम की 24 बसें पुलिस लाइन व अन्य जगहों पर खड़ी कर दी थी। हिसार डिपो की बस रात्रि के समय में बीकानेर, राजगढ़, अजमेर, आगरा, चंडीगढ़, अजमेर, तोशाम, बरवाला, उकलाना आदि जगहों पर ठहराव करती है।
इन रूटों से वापिस आने वाली बसों को पुलिस लाइन बुलाकर संचालन किया गया। रोडवेज महाप्रबंधक मंगल सेन व वर्कशॉप मैनेजर अनिल चोपड़ा ने दावा किया कि हिसार डिपो की 259 बसों में से 140 बसें चलाई गईं। राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर रोडवेज प्रशासन ने पहले से पुलिस लाइन, बरवाला चुंगी, व बस स्टैंड के आस-पास के एरिया से बसें खड़ी करवा दी थी। वहीं यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है रोडवेज की 15-20 बसें और किलोमीटर स्कीम की 24 बसें चली हैं। बस स्टैंड पर पंजाब व राजस्थान, चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हिसार रोडवेज प्रतिदिन 14-16 लाख रुपए तक राजस्व प्राप्त होता है। हड़ताल की वजह से करीब 8 लाख राजस्व नुकसान हुआ। पंजाब रोडवेज की बसें नहीं आईं। अन्य राज्यों की 130 में सिर्फ 65 बसें ही हिसार आईं। जिससे यात्रियों को परेशानी हुई।