रेवाड़ी न्यूज़: जिले में नवनिर्वाचित सरपंच साइबर ठगी से बचने के गुर सीखेंगे. इसके लिए साइबर थाना की पुलिस द्वारा प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा. इस दौरान सरपंचों को बढ़ रहे साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूक किया जाएगा. साथ ही उन्हें बचाव के तरीके बताए जाएंगे. इसमें नव-निर्वाचित महिला सरपंच भी शामिल होंगी.
प्रदेश महिला आयोग की पहल पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिला स्थित करीब 100 गांवों में जीत हासिल करने वाले सरपंचों में कई महिला भी हैं. प्रदेश महिला आयोग के पदाधिकारियों का मानना है कि उनके क्षेत्र में विकास कार्य के लिए सरकार द्वारा अब पैसों का ट्रांजेक्शन ऑनलाइन किया जाता है. इसका भुगतान भी ऑनलाइन किया जाता है. ऐसे में सरपंचों को साइबर ठगी की शिकार होने की आशंका बढ़ रही है. लिहाजा उन्हें साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया जाएगा. प्रदेश महिला आयोग के पदाधिकारियों के अनुसार यह अभियान प्रदेशव्यापी चलाया जाएगा. प्रदेश भर की महिला सरपंचों को साइबर अपराध से बचने के गुर सिखाए जाएंगे. इसमें पुरूष सरपंचों को भी शामिल किया जा सकता है.
पंचायत के लोगों को भी मिलेगा फायदा पदाधिकारियों ने बताया कि सरपंचों को साइबर अपराध की जानकारी देने से उनके क्षेत्र में रह रहे लोगों को भी काफी फायदा होगा. सरपंच उन्हें भी समय-समय पर साइबर अपराध से बचने की जानकारी देंगे. खासकर महिलाओं को, जो ज्यादातर इनके शिकार हो जाती हैं. पदाधिकारियों का मानना है कि इस समय काफी संख्या में ग्रामीण भी साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं. ऐसे में जागरूक होने पर इससे बचा जा सकता है.
प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा
प्रदेश महिला आयोग के पदाधिकारियों के अनुसार प्रशिक्षण शिविर लगाकर महिला सरपंचों को आत्मनिर्भर भी बनाया जाएगा. अक्सर देखा जाता है कि महिला सरपंचों को जीतने के साथ उनके पति व अन्य पुरूष सरपंच संबंधित कार्य करते हैं. जानकारी के अभाव में महिला सरपंच अपने घर के पुरूषों पर आत्मनिर्भर हो जाती हैं. ऐसे में कई बार उनकी जानकारी के बिना भी कार्य होते हैं. ऐसे में महिला सरपंच को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला आयोग की ओर से कंप्यूटर व अन्य आईटी की जानकारी दी जाएगी.
प्रदेश महिला आयोग की ओर से महिला सरपंचों को साइबर अपराध बचने के तरीके बताए जाएंगे. साइबर थाना पुलिस की मदद से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.सरपंचों को प्रशिक्षित किया जाएगा. -रेणू भाटिया, अध्यक्ष, प्रदेश महिला आयोग