मानेसर क्षेत्र में शामिल गांव शिकोहरपुर में सफाई व्यवस्था चरमराई
गुरुग्राम: नगर निगम मानेसर क्षेत्र में शामिल गांव शिकोहपुर में बीते एक माह से सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है. गांव में सफाई नहीं होने के कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
गांव में सफाई नहीं होने के कारण जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं और नाले-नालियां जाम होने से गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है. गंदगी से परेशान ग्रामीण कई बार नगर निगम अधिकारियों और जिम्मेदार लोगों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन साफ सफाई पर किसी ने ध्यान नहीं दिया है. र्ग्रामीणों का
आरोप है कि गांव में गंदगी पसरी होने के कारण मच्छर पनप रहे हैं और संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं.
स्थानीय निवासी ओमप्रकाश हवलदार, समाजसेवी प्रकाश बादल, नरेंद्र, विरेंद्र, मामचंद मैंबर और विजय शैतान ने बताया कि नगर निगम ने गांव में सफाई के लिए 30 सफाई कर्मचारियों को लगाया हुआ है, लेकिन गांव में सिर्फ चार से पांच ही सफाई कर्मचारी मुश्किल से पहुंच रहे हैं.
ग्रामीणों का आरोप है कि निगम अधिकारी गांव में सिर्फ कागजों में ही सफाई करवा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही है. ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों ने मानेसर निगम में सफाई के लिए सौ करोड़ का टेंडर एजेंसी को जारी किया है, लेकिन बावजूद इसके गांव में सफाई व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है.
बारिश में होती है ज्यादा परेशानी ग्रामीण विजयकुल, लालचंद अडाई ने बताया कि बरसात के मौसम में स्थिति ज्यादा खराब हो जाती है, क्योंकि कचरे में पानी भर जाने से बदबू आते रहती है. लंबे समय से सफाई नहीं कराए जाने के कारण नाले, नालियों के कचरे से अटे हुए हैं. नालियों में इतना कचरा भरा है कि पानी की निकासी नहीं हो पाती है और घरों का गंदा पानी सड़क के ऊपर होकर बहता रहता है.
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत का कार्यकाल के दौरान तो नालियों की समय पर सफाई हो जाती थी, लेकिन जब से पंचायती सिस्टम समाप्त करके गांव में नगर निगम बनी है तब से लोगों को सफाई से लेकर सभी प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है.