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प्रॉपर्टी आईडी ठीक कराने के लिए विकास शुल्क की रसीद जरूरी

Admin Delhi 1
1 July 2023 9:39 AM GMT
प्रॉपर्टी आईडी ठीक कराने के लिए विकास शुल्क की रसीद जरूरी
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हिसार न्यूज़: स्मार्ट सिटी में प्रॉपर्टी आईडी ठीक करवाने के नियमों में सरकार ने बदलाव किया है. इसके लिए अब लोगों को विकास शुल्क की रसीद के अलावा, प्रॉपर्टी टैक्स, पानी-सीवर के बिल की कॉपी और परिवार पहचान पत्र भी जमा कराना होगा.

ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कुछ लोगों की तरफ से सरकारी जमीन की प्रॉपर्टी आईडी अपने नाम करवाने के मामले उजागर हुए हैं. वहीं, अधिकांश के पास पर्याप्त दस्तावेज नहीं है. इसलिए लोगों को प्रॉपर्टी आईडी ठीक कराने में दिक्कत हो रही है. सबसे अधिक दिक्कत लोगों को संपत्ति किसी अन्य के नाम होने से है. दरअसल, याशी नामक कंपनी ने जो करीब 5.71 लाख प्रॉपर्टी आईडी तैयार की है, उनमें से करीब चार लाख प्रॉपर्टी आईडी में नाम गलत हैं. मसलन, कई वर्ष पुराने मकान में मालिक का नाम किसी पड़ोसी या किराएदार या फिर किसी अन्य का नाम दर्ज कर दिया है. जबकि मकान की रजिस्ट्री असली मालिक के नाम है.

क्षेत्रीय कराधिकारी पदम ढांडा का कहना है कि प्रॉपर्टी आईडी में जो भी खामियां हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है. परिवार पहचान पत्र से प्रॉपर्टी आईडी भी लिंक हो जाएंगे. साथ ही सीवर-पानी के बिल से सर्वे भी हो जाएगा. इसलिए लोगों से अतिरिक्त कागजात जमा करवा रहे हैं.

निगम अधिकारियों का दावा है कि प्रॉपर्टी आईडी दुरुस्त करने के लिए घर-घर जाकर नोटिस देने पड़ रहे हैं, ऐसे में सभी प्रॉपर्टी आईडी को परिवार पहचान पत्र से भी लिंक करना है. साथ ही इससे यह भी पता हो जाएगा कि मकान में पानी-सीवर का कनेक्शन है या नहीं. प्रॉपर्टी आईडी की खामियों को अब पूरी जांच के बाद भी ठीक किया जा रहा है.

लोग बोले, निगम दफ्तर के चक्कर काट रहे

एनएच-5 निवासी रविंद्रा चावला का कहना है कि प्रॉपर्टी आईडी में उनका नाम गलत दर्ज है. बीते डेढ़ महीने से वह निगम दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं. बावजूद खामी ठीक नहीं हुई है. गलती नगर निगम की है और भुगतना लोगों को को पड़ रहा है. इसके लिए लापरवाही बरतने वाले संबंधित कर्मचारियों पर जुर्माना लगना चाहिए. वहीं, एनआईटी निवासी हुकमचंद का कहना है कि उनके मकान में दो फ्लोर है, जबकि प्रॉपर्टी आईडी में तीन फ्लोर दर्शाकर इसका क्षेत्रफल भी अधिक दिखा रखा है. इसलिए संपत्तिकर भी दोगुना हो गया. इसे ठीक करवाने के लिए कई बार शिकायत भी की लेकिन अब तक खामी ठीक नहीं हुई है. अब नियम में बदलाव भी कर दिया गया है.

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