चंडीगढ़ न्यूज़: जम्मू-कश्मीर में आतंकी फंडिंग पर कार्रवाई जारी रखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कश्मीर के बडगाम और बारामूला जिलों में कई स्थानों पर छापेमारी की. एजेंसी के मुताबिक, कुल 11 स्थान पर छापेमारी की गई है. जेईआई पर 28 फरवरी 2019 को यूएपीए अधिनियम के तहत गैरकानूनी संगठन घोषित किए जाने के बाद भी आतंकी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. एनआईए ने पहले इस मामले में चार लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
अधिकारियों ने बताया कि जेईआई के सदस्यों और उनके हमदर्दों के परिसरों में की गई तलाशी के दौरान कई डिजिटल उपकरणों और आपत्तिजनक सामग्री की बरामदगी हुई है. एनआईए द्वारा अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि जेईआई (जम्मू-कश्मीर) स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने जैसे धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए धन एकत्र करके इसका उपयोग अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कर रहा है.
एनआईए ने पाया है कि जेईआई के सदस्य भारत के भीतर और बाहर, विशेष रूप से दान के माध्यम से धन एकत्र कर रहे हैं.
वे हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस पैसे का उपयोग कर रहे हैं. साथ ही इस धनराशि को जेईआई कैडर के माध्यम से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और अन्य तक पहुंचाया जा रहा है.
जमात ए इस्लामी कश्मीरी युवाओं को भारत के खिलाफ आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधि में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा है और जम्मू-कश्मीर में नए सदस्यों की भर्ती कर रहा है.