चंडीगढ़ न्यूज़: मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने डबुआ-पाली रोड इलाके में दो डाइंग यूनिटों पर छापेमारी की है. ये डाइंग यूनिट बिना एनओसी(नॉन आब्जेक्शन सर्टिफिकेट) के चल रहीं थीं. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इनके खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
उड़नदस्ते के सब-इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार, बृजेश कुमार और हवलदार प्रभु ने बिजली निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम के साथ मिलकर मैसर्स जेकेएम टैक्सटाइल और मैसर्स शंकर डाइंग यूनिटों पर पहुंचकर जांच की थी. जांच के दौरान पता चला कि दोनों डाइंग यूनिटों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी नहीं ली हुई है. यहां भट्टियां चलाने के लिए लड़कियां प्रयोग में लाई जा रहीं थीं.
वहीं कपड़े की रंगाई का पानी सीवर लाइन में डाला जा रहा था. इसके बाद मौके पर ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ ओमवीर ने दोनों डाइंग यूनिट के संचालकों को नोटिस जारी कर दिया. मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के डीएसपी राजेश चेची ने बताया कि हाल ही में डाइंग यूनिटों के अवैध रूप से चलने की सूचना मिली थी. इसके बाद डाइंग यूनिटों पर पहुंचकर जांच की गई तो इनके अवैध होने की पुष्टि हो गई.