खोरी गांव में जैव विविधता पार्क बनाए जाने का रास्ता साफ
फरीदाबाद न्यूज़: अरावली के खोरी गांव की खाली कराई गई जमीन समेत आसपास की डेढ़ सौ एकड़ भूखंड में जैव विविधता (बायोडायवर्सिटी) पार्क तैयार किया जाएगा. नगर निगम के प्रस्ताव को हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट ने मंजूर कर लिया है. इस पर करीब 28 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
नगर निगम की ओर से जल्द इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी. राज्य सरकार ने अरावली का संरक्षण करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित की योजना तैयार करने के दिशा-निर्देश दिए थे. मुख्यमंत्री ने वर्ष 2018 में फरीदाबाद में बायोडायवर्सिटी विकसित करने के आदेश दिए थे. इसके लिए नगर निगम ने खोरी के नजदीक करीब डेढ़ सौ एकड़ जमीन पर अरावली में विकसित करने की योजना एस्कॉर्ट कंपनी के सीएसआर फंड के माध्यम तैयार की, लेकिन इसमें सीएसआर संबंधी कुछ विवाद के चलते और बाद में कोरोना महामारी और खोरी में तोड़फोड़ के बाद यह योजना खटाई में पड़ी हुई थी. अब इसे फिर से शुरू किया गया है. दरअसल, अरावली के घटते रकबे के चलते जीव-जंतुओं के संरक्षण और पर्यटन के मद्देनजर इसे विकसित करने का निर्णय लिया गया. नगर निगम के मुख्य अभियंता बीरेंद्र कर्दम ने बताया कि प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया है. जल्द ही इस पर काम शुरू होगा.
दुर्लभ वनस्पति का संरक्षण होगा: बायोडायवर्सिटी पार्क बनने से अरावली की दुर्लभ वनस्पतियो और वन्य प्राणियों का संरक्षण हो सकेगा. पर्यावरणविद सुनील हरसाना बताते हैं कि बायोडायवर्सिटी पार्क वन क्षेत्र का एक अनूठा परिदृश्य है, जहां प्राय लुप्त होती जा रही विभिन्न जैविक प्रजातियों के पौधों और वन्य जीवों की प्रजातियों का संरक्षण के साथ प्राकृतिक विरासत का संरक्षण भी एक साथ एक क्षेत्र में हो सकेगा. इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और फरीदाबाद का विकास भी हो सकेगा. बायोडायवसिर्टी पार्क में अरावली के वन्य प्राणियों के अलावा इसमें विभिन्न प्रजातियों की तितलियां अन्य जगहों से मंगाई जाएगी.