हिसार न्यूज़: नगर निगम में अनियमितताओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा. नया मामला जवाहर कॉलोनी खंड बी की गली में सड़क निर्माण के रूप में सामने आया है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि काम से अधिक का भुगतान किया गया. नगर निगम के मुख्य अभियंता ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
जवाहर कॉलोनी खंड बी में वर्ष 2019 में की गई इस गली के निर्माण कार्य में अनियमिता की शिकायत रामसिंह यादव ने की थी. आरोप लगाया था कि इस कार्य के एस्टीमेट को बढ़ाया गया है. इस शिकायत पर तत्कालीन जिला उपायुक्त के आदेश पर बीते दिनों इस मामले में गली की पैमाइश की गई थी. शिकायतकर्ता का आरोप है कि इस विकास कार्य के तहत करीब 1313 क्यूब आरएमसी डालने का बिल बनाया गया, लेकिन पैमाइश होने पर आरएमसी डालने का कुल 874 क्यूब का ही काम मौके पर हुआ.
ऐसे में अधिकारियो ने ठेकेदार के साथ मिलीभगत करके 1313 क्यूब का बिल बनाया. इसमें आरोप है कि आरएमसी डालने का करीब 25 लाख का बिल फर्जी है. नगर निगम के मुख्य अभियंता ने इस कार्य को करने वाले सभी ठेकेदारों के काम और भुगतान की जांच के आदेश दिए हैं. मुख्य अभियंता ने बताया कि इस कार्य को तीन ठेकेदारों ने किया है. इसलिए सभी की जांच के आदेश दिए हैं.
नगर निगम में 388 विकास कार्यों में अनियमितताओ की चल रही जांच नगर निगम में करीब 388 विकास कार्यों में अनियमिताएं उजागर हुई हैं और यह पूरा घोटाला 200 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है. यह मामला हरियाणा विधानसभा में उठ चुका है. जिस पर जांच की जा रही है. इनमें से कुछ मामलों में नगर निगम के तत्कालीन मुख्य अभियंताओ समेत करीब आठ लोग जेल जा चुके हैं और विभिन्न घोटालों में करीब दस कर्मचारियों को बर्खाश्त या निलंबित किया जा चुका है. नगर निगम में काम के बगैर भुगतान, अनुमानित लागत से कई गुणा अधिक लागत पर करवाना, स्ट्रीट लाइट लगाने में अनियमिताएं, कुछ सड़कों के निर्माण में अनियमिताओ की जांच चल रही है.
ऐसे बदले गए थे एस्टीमेट: कुछ मामले इस प्रकार हैं. जैसे वार्ड-14 में इंटरलॉकिंग के काम का एस्टीमेंट 54.36 लाख तैयार किया गया. लेकिन इसे दो बार में बदलते हुए 1.97 करोड़ रुपये का किया गया. दूसरे मामले में वार्ड-एक में इंटरलॉकिंग का काम का एस्टीमेट 23.34 लाख रुपये तैयार किया गया. लेकिन इसे बदलते हुए 1.94 करोड़ रुपये का किया गया था. जबकि जांच कमेटियों को अधिकांश रिकॉर्ड ही नहीं मिल सका. जांच विजीलेंस अपने स्तर पर जांच में जुटी है. कुछ सड़कों में वर्कऑर्डर के मुताबिक निर्माण नहीं किया गया. कुछ स्ट्रीट लाइटों में अनियमिताएं उजागर हुई. लेकिन रिकॉर्ड रूप में आग लगने से सबूतों का अभाव है.
जवाहर कॉलोनी खंड-बी में चार साल पहले सड़क निर्माण में अनियमिता की शिकायत मिली थी. इसकी पैमाइश करवाई गई है. इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. इस कार्य को कई ठेकेदारों ने किया था. इसलिए सभी की जांच की जाएगी.
-ओमवीर, मुख्य अभियंता, नगर निगम