हरियाणा

असुरक्षित एच टावर को खाली करने का आदेश

Admin Delhi 1
1 Aug 2023 6:25 AM GMT
असुरक्षित एच टावर को खाली करने का आदेश
x

गुडगाँव न्यूज़: जिला नगर योजनाकार प्रवर्तन ने सेक्टर-109 स्थित चिटंल पैराडाइसो सोसाइटी के एच टावर को भी खाली करने का आदेश दिया है. दिल्ली आईआईटी की ऑडिट रिपोर्ट में इस टावर रहने के लिए असुरक्षित बताया गया है. टावर में रहने वाले 15 परिवारों को तत्काल प्रभाव से खाली करने के आदेश बाद फ्लैट मालिकों में नाराजगी बढ़ गई है. उनका कहना है कि बिल्डर यदि शिफ्टिंग शुल्क के अलावा किराया नहीं देगा तो खाली करना संभव नहीं होगा.

फ्लैट मालिकों ने बिल्डर से किराया मांगा सुरक्षित घोषित टावर के फ्लैट मालिकों ने बिल्डर से किराया मांगा. फ्लैट मालिक सुशील रोहिल्ला, शोभा यादव, पीएस भाटिया, सीमा सिंह, हीरानंद शर्मा ने कहा कि जब तक उनके मामले का निस्तारण नहीं हो जाता है, दूसरी जगह रहने का किराया दिया जाए. इसी मांग को लेकर को सेक्टर-114 में बिल्डर दफ्तर पर धरना दिया गया. कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष यादव ने आश्वस्त किया उनकी मांगों को कंपनी के मालिक तक पहुंचा देंगे. इस बीच डीटीपी की ओर से फ्लैट खाली करने के आदेश आ गए.

बिल्डर दूसरा प्रस्ताव वापस लेने से नाराजगी सोसाइटी में कुल नौ टावर में से अब पांच टावर डी, ई, एफ, जी और एच असुरक्षित घोषित किए जा चुके हैं. तीन टावर ए, बी और सी सुरक्षित हैं. जे टावर का भी ऑडिट चल रहा है. बिल्डर ने पहले असुरक्षित घोषित किए गए टावरों के फ्लैट मालिकों को दो विकल्प दिए थे. इनमें फ्लैट के बदले उसकी कीमत देने की बात कही थी. दूसरा विकल्प दोबारा से फ्लैट निर्माण कर देने का था. अब दूसरा विकल्प बिल्डर ने वापस ले लिया है. अब बिल्डर किराया देने को राजी नहीं है.

जिला प्रशासन की गठित जांच समिति के निर्देश के पालन कराने के लिए चिटंल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को पत्र लिखा गया है. एच टावर में रहने वाले परिवारों को तत्काल फ्लैट खाली करने के आदेश दिया है.

मनीष यादव, डीटीपी प्रवर्तन गुरुग्राम

हमें अभी टावरों के लिए आईआईटी की रिपोर्ट मिली है. जरूरत पड़ने पर हम सीबीआरआई के माध्यम से ऑडिट कराने के लिए तैयार हैं. यह सत्य नहीं है कि फ्लैट का मूल्यांकन रिपोर्ट एक वर्ष पुरानी है. वह हालिया है.

-जेएन यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, चिंटल इंडिया

ऑडिट रिपोर्ट में सोसाइटी के दो टावरों बी और सी को रहने के लिए सुरक्षित घोषित किया गया है. हालांकि, हर वर्ष में एक बार ऑडिट कराने और नियमित रखरखाव करने की जरूरत बताई गई है. 18-18 मंजिला के बी, सी टावर में 64-64 फ्लैट बने हैं.

Next Story