रेवाड़ी न्यूज़: सारन थाना अंतर्गत न्यू जनता कॉलोनी से अगवा दो भाइयों में से एक की बदमाशों ने यूपी के बुलंदशहर में हत्या कर दी. मृतक की पहचान योगेश के रूप में हुई है. जबकि बदमाशों के चंगुल से फरार मृतक के भाई का नाम रिंकू है.
दोनों भाइयों का घरों में टाइल्स-पत्थर लगाने का काम है. क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 की टीम ने इस मामले में यूपी के खुर्जा पुलिस की मदद से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले में फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कालू, समीम, अमित उर्फ राजू तथा धर्मपाल के रूप में हुई है. जबकि मामले में फरार चल रहे आरोपियों के नाम गुड्डू, नरेश और आसीन हैं.
आरोपी गुड्डू, धर्मपाल, कालू, नरेश, समीम बुलंदशहर के गंगागढ़ गांव के रहने वाले हैं. जबकि अमित उर्फ राजू न्यू जनता कॉलोनी और आसीन नेहरू कॉलोनी के रहने वाले हैं. आरोपी गुड्डू और कालू दोनों सगे भाई हैं.
कार से बुलंदशहर ले गए थे आरोपी मृतक योगेश की बहन ने सारन थाना में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़िता का आरोप था कि गुड्डू व उसके साथियों ने मिलकर उसके भाई योगेश व रिंकू का अपहरण किया है.
पीड़िता के अनुसार अगवा दोनों भाई टायल्स पत्थर लगाने का काम करते थे. आरोपियों ने तीन योगेश को अपने घर में टाइल लगाने न्यू जनता कॉलोनी बुलाया था. ऐसे में योगेश के साथ रिंकू भी काम करने चला गया. आरोप है कि इस दौरान गुड्डू, आसीन, राजू और समीम दोनों भाइयों को अगवा कर कार से बुलंदशहर की ओर ले गए.
ऐसे हुई योगेश की हत्या
बताया जा रहा है कि बुलंदशहर की ओर ले जाते समय खुर्जा के आसपास रिंकू लधुशंका करने के बहाने कार से उतर कर भाग गया और पास के गांव में जाकर शोर मचाने लगा. शोर सुनकर लोगों ने पीछा कर रहे आरोपी राजू और समीम को पकड़ लिया. उधर, कार में बैठे आरोपी गुड्डू, नरेश, कालू और धर्मपाल ने मिलकर योगेश के साथ मारपीट शुरू कर दी. साथ ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने हत्या का खुलासा. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
रंजिश में वारदात को अंजाम दिया
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी गुड्डू के भाई अर्जुन की शादी हुई थी, जिसका रिश्ता मृतक योगेश ने ही करवाया था. करीब एक साल पहले अर्जुन योगेश को अपने साथ लेकर कहीं गया था, जहां रास्ते में अर्जुन की एक सड़क हादसा में मौत हो गई. लेकिन गुड्डू और उसके परिजनों को यह शक था कि योगेश ने अर्जुन की हत्या की है. ऐसे में हत्या का बदला लेने के लिए आरोपियों ने योगेश की गला दबाकर हत्या कर दी.
मृतक का शव नहीं मिला
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मृतक योगेश का शव बरामद नहीं किया गया है. फरार चल रहे आरोपी ने उसके शव को कहीं फेक दिया है. क्राइम ब्रांच-48 की टीम शव की तलाश में जुटी है. साथ ही फरार आरोपियों की तलाश के लिए बुलंदशहर व अन्य क्षेत्रेां में दबिश दे रही है.
चार दिन की रिमांड पर लिया
सूचना पाकर मौके पर पहुंची खुर्जा थाना की पुलिस ग्रामीणों काबू दो आरोपियों को सौंप दिया. इसके बाद दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया और फरीदाबाद पुलिस को सूचना दी. पुलिस प्रवक्ता के अनुसार आरोपियों को अदालत में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया गया है.
फरीदाबाद, कार्यालय संवाददाता. सारन थाना अंतर्गत न्यू जनता कॉलोनी से अगवा दो भाइयों में से एक की बदमाशों ने यूपी के बुलंदशहर में हत्या कर दी. मृतक की पहचान योगेश के रूप में हुई है. जबकि बदमाशों के चंगुल से फरार मृतक के भाई का नाम रिंकू है.
दोनों भाइयों का घरों में टाइल्स-पत्थर लगाने का काम है. क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 की टीम ने इस मामले में यूपी के खुर्जा पुलिस की मदद से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले में फरार आरोपियों की तलाश कर रही है.
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कालू, समीम, अमित उर्फ राजू तथा धर्मपाल के रूप में हुई है. जबकि मामले में फरार चल रहे आरोपियों के नाम गुड्डू, नरेश और आसीन हैं.
आरोपी गुड्डू, धर्मपाल, कालू, नरेश, समीम बुलंदशहर के गंगागढ़ गांव के रहने वाले हैं. जबकि अमित उर्फ राजू न्यू जनता कॉलोनी और आसीन नेहरू कॉलोनी के रहने वाले हैं. आरोपी गुड्डू और कालू दोनों सगे भाई हैं.
कार से बुलंदशहर ले गए थे आरोपी मृतक योगेश की बहन ने सारन थाना में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़िता का आरोप था कि गुड्डू व उसके साथियों ने मिलकर उसके भाई योगेश व रिंकू का अपहरण किया है.
पीड़िता के अनुसार अगवा दोनों भाई टायल्स पत्थर लगाने का काम करते थे. आरोपियों ने योगेश को अपने घर में टाइल लगाने न्यू जनता कॉलोनी बुलाया था. ऐसे में योगेश के साथ रिंकू भी काम करने चला गया. आरोप है कि इस दौरान गुड्डू, आसीन, राजू और समीम दोनों भाइयों को अगवा कर कार से बुलंदशहर की ओर ले गए.