हरियाणा

कोचिंग सेंटरों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं

Admin Delhi 1
19 Jun 2023 8:52 AM GMT
कोचिंग सेंटरों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं
x

फरीदाबाद न्यूज़: फरीदाबाद के विभिन्न इलाकों में चल रहे कोचिंग सेंटरों में आग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं. अधिकांश कोचिंग सेंटर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में चल रहे हैं. कुछ बच्चे कॉलोनियों और सेक्टरों की मार्केट में कई मंजिला भवनों में पढ़ रहे हैं. प्रशासन के पास इन कोचिंग सेंटरों का कोई लेखा-जोखा नहीं है.

एक आरटीआई में खुलासा हो चुका है कि अधिकांश कोचिंग सेंटर या स्कूलों के पास दमकल विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं है. ऐसे में वर्ष 2019 में और दिल्ली में हुए अग्निकांड जैसी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. फरीदाबाद की घनी आबादी वाली डबुआ कॉलोनी के मकान में चल रहे कांवेंट स्कूल में सात जून 2019 को अग्निकांड हो चुका है. इसमें दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हुई थी. आरोप है कि यहां प्रशासन के स्तर पर कोई सुधार नहीं हुआ है. इनकी न तो कोई जांच होती है और न ही कार्रवाई. धड़ल्ले से नियमों को ताक पर रखकर शहर में अधिकांश कोचिंग सेंटर चल रहे हैं.

सूत्रों के मुताबिक शहर में चल रहे अधिकांश कोचिंग सेंटर प्रशासन की बिना मंजूरी के ही चल रहे हैं. जहां नियमों की अवहेलना हो रही है. सेक्टर-16 और बल्लभगढ़ के कुछ भवनों में न तो आग बुझाने के कोई इंतजाम है और न ही आग लगने पर बाहर निकलने का अलग से एग्जिट गेट. बिल्डिंग के बाहर लोहे के पोल पर अस्थाई सीढ़ियां लगाकर काम चलाया जा रहा है.

बिना एनओसी संचालन

बीते दिनों एक आरटीआई में खुलासा हुआ है कि शहर में चल रहे अधिकांश कोचिंग सेंटर और स्कूलों के पास दमकल विभाग की एनओसी नहीं है. अग्निश्मन विभाग से करीब 700 भवनों ने ही अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया है. जबकि स्मार्ट सिटी में करीब 70 हजार भवन कॉमर्शियल, औद्योगिक इकाईयां और करीब तीन लाख मकान हैं. अधिकांश भवन आग से सुरक्षित नहीं हैं. संचालकों ने करोड़ों रुपयों की लागत से भवन बनाकर शिक्षा का व्यवसाय शुरू किया है लेकिन आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं.

शैक्षिणक संस्थानों और अस्पतालों की जांच नहीं

कोविड के दौर में मंडलायुक्त ने शहर के नर्सिंग कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज समेत शहर के सभी अस्पताल प्रबंधकों को आग बुझाने के उपकरणो को दुरुस्त करने के आदेश दिए. लेकिन ये काम कभी पूरा नहीं हुआ. दमकल विभाग ने कुछ को नोटिस अवश्य दिए लेकिन जांच नही की गई. जबकि किसी को अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है. जिसकी जांच के बाद प्रमाण पत्र जारी किया जाता है.

अधिकांश शैक्षणिक संस्थानों के पास एनओसी नहीं है. नोटिस देने के बाद भी संस्थान संज्ञान नहीं लेते हैं. जबकि ये उनकी स्वयं की जिम्मेवारी है.

-सत्यवान, जिला अग्निशमन अधिकारी

Next Story