हिसार न्यूज़: सनातनी पुजारी अपने आध्यात्म के बल पर राष्ट्रीय पुरोहित कल्याण बोर्ड के गठन के लिए सभी प्रदेशों में शंखनाद करेंगे. बीते दशकों में देश के कुछ इलाकों में पुजारी-पुरोहित का अस्तित्व खतरे में हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को इस समाज के लिए राष्ट्रीय पुरोहित कल्याण बोर्ड का गठन करना चाहिए.
ऐसे प्रस्ताव को फरीदाबाद के सेक्टर-29 स्थित सामुदायिक भवन में कोलकाता से आए पंडित रामेश्वर चटर्जी की अध्यक्षता में आयोजित भारतीय पुरोहित परिषद के महामिलन उत्सव-2023 में पंड़ित तरुण भटटाचार्य द्वारा पारित किए गए हैं. इस सम्मेलन में त्रिपुरा, आसाम, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के श्रीकाली पूजा पुरोहित संगठनों के प्रतिनिधियों समेत अन्य राज्यों ने शिरकत की. महामिलन उत्सव का शुभारंभ को हरियाणा मुख्यमंत्री उडनदस्ता के पुलिस आयुक्त राजेश चेची और हरियाणा पुलिस के उपनिरीक्षक अशोक सैनी ने किया. दिल्ली के रविंद्र बनर्जी, पश्चिम बंगाल के अनंत देवनाथ, असीम गांगुली, सुबोध भटटाचार्य, सुशांत बनर्जी, शेखर चक्रबर्ती, आसाम के देवविजय, अरविंद, सुभाष रॉय, अमर चक्रबर्ती, तारक बनर्जी आदि ने संबोधित किया
कुछ राज्यों में पुरोहित कल्याण योजनाएं शुरू
पंडित तरुण भटटाचार्य ने बताया कि कुछ राज्यों ने पुरोहित कल्याण बोर्ड के गठन किए है, या प्रक्रिया शुरू की है. इसमें उत्तर-प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश राज्य शामिल है. इन राज्यों में इसके गठन की प्रक्रिया जारी है.
हमेशा धर्म की रक्षा की
प्रो. विश्वस्वरुप गोस्वामी, पंडित उत्पल चक्रबती ने कहा कि ब्राह्मण समाज हमेशा देश और धर्म की रक्षा के लिए अग्रणी रहा. पुरोहित ब्राह्मण संस्कृति को संरक्षित करने का काम करते हैं. आज परिस्थितियां बदल चुकी हैं, इसलिए बोर्ड की स्थापना की जानी चाहिए.