दूषित पानी को लेकर बैठक, अब तक की कार्रवाई पर करेंगे मंथन
रेवाड़ी न्यूज़: बैठक में इस पानी के कारण उत्पन्न होने वाली समस्या के समाधान और भूमिगत जल की स्थिति में भी सुधार के लिए भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की जाएगी. धारूहेड़ा स्थित टूरिस्ट कांप्लेक्स में हुई बैठक में खुद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी मौजूद थे. उस समय भिवाड़ी के पानी के कारण दिल्ली-जयपुर हाईवे नंबर-48 पर न केवल लगातार लंबा जाम लग रहा था, बल्कि धारूहेड़ा के सेक्टरों में भी पानी पहुंच गया था. धारूहेड़ा समेत आसपास के गांवों में एक दशक से नासूर बना भिवानी का रासायनिक प्रदूषित पानी सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले साल सितंबर के महीने में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की मौजूदगी में दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक भी हुई थी.
जिसमें उन्होंने समय मांगा था और इसी बीच प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष ने जायजा भी लिया. केंद्रीय मंत्री की समय सीमा समाप्त होने में अभी एक महीना बाकी है, जिसके मद्देनजर जिले के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है.बैठक में गुड़गांव के आयुक्त आरसी बिधान, जयपुर के आयुक्त सीताराम भल्ले, दोनों जिलों के उपायुक्त और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी उपस्थित थे. राजस्थान के अधिकारियों ने उनके एसटीपी के चल रहे निर्माण कार्य सहित अन्य तर्क दिए थे. इस पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने राजस्थान के अधिकारियों को मई 2023 तक पानी की इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने का निर्देश दिया था. चूंकि यह समय सीमा भी अगले महीने पूरी हो जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिया था कि इसके लिए पानी की सैंपलिंग भी की जाए. उसके बाद भिवाड़ी से आने वाले पानी के साथ-साथ यहां के भूमिगत जल की भी सैंपलिंग अधिकारियों ने की है. हालांकि पहले लिए गए सैंपल की रिपोर्ट भी फेल हो गई है. ऐसे में यहां का भूमिगत जल भी लोगों के लिए बड़ी समस्या बनता जा रहा है. इसे देखते हुए प्रशासन की ओर से इस मुद्दे पर बैठक बुलाई गई है.