हिसार न्यूज़: पलवल और नूंह में अधिक जलभराव वाले खेतों में झील बनाने की तैयारी की जा रही है. सरकार के इस फैसले से यहां के हजारों किसानों को लाभ होगा.
एक तरफ जहां खेती अयोग्य ऐसी जमीन का मुआवजा मिलने से किसानों की आर्थिक हालत सुधरेगी, वहीं झील के रूप में पानी का संचय होगा. इसका सीधा असर भूजल के स्तर पर पड़ेगा. भूजल का स्तर बढ़ने से सिंचाई और पेयजल के रूप में लोगों को राहत मिलेगी. पर्यावरण के नजरिये से भी सरकार अपने इस कदम को महत्वपूर्ण मानकर चल रही है. गौरतलब है कि सरकार ने 50 एकड़ में जलभराव वाली जमीन में झील बनाने की घोषणा की है. दोनों जिलों में करीब 16 हजार एकड़ में जलभराव रहता है.
जिला नूंह में पानी वाले के नाम से मशहूर इब्राहीम का कहना है कि पानी संचय में लिए जलभराव वाली जमीन को लेकर बनाई जा रही योजना अच्छी है, लेकिन जमीन का अधिग्रहण उचित नहीं है. उनका कहना है कि सी जमीन को मछली पालन के लिए तब्दील किया जाय. आमदनी के साथ मालिकाना
हक भी बरकरार रहेगा.
युवक ने खुद के गले पर ब्लेड मारा
मायके में रह रही पत्नी को साथ नहीं भेजने पर एक युवक ने गले में ब्लेड मार लिया. उसे गंभीर हालत में बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
एसजीएम नगर थाना के प्रभारी ने बताया कि रोहित की शादी आदर्श नगर कॉलोनी में हुई है. दोपहर वह अपनी पत्नी को मायके से लेने पहुंचा था. पत्नी व उसके परिवार वालों ने चलते साथ चलने से मना कर दिया. इससे उसकी पत्नी व ससुरालियों से कहासुनी हो गई. इसी से नाराज होकर उसने ब्लेड से हमला कर लिया.