रेवाड़ी न्यूज़: सेक्टर- 34 स्थित कनिष्का सोसाइटी के टावरों की मजबूती की जांच की जाएगी. को हुई बैठक में निगम आयुक्त ने निगम की इंजीनियरिंग और योजना शाखा के अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदारी सौंपी है. इस समय इमारतों की हालत जर्जर होने से यहां 150 फ्लैटों में रह रहे 600 लोगों में डर का माहौल है.
नगर निगम मुख्यालय में हुई इस बैठक में कनिष्का टावर सोसाइटी की आरडब्ल्यूए सहित नगर निगम की विभिन्न शाखाओं के अधिकारी मौजूद थे. जबकि बिल्डर की तरफ से कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं था. निगमायुक्त ने सोसाइटी के टावरों की ढांचागत समस्याओं को लेकर संबंधित शाखाओं के अधिकारियों के साथ समीक्षा की और सोसाइटी के स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने के दिशा-निर्देश दिए हैं. इसके लिए अब मुख्य नगर योजनाकार प्रक्रिया शुरू करेंगे. साथ ही सोसाइटी के टावरों में अग्निशमन के सभी मानकों की जांच कराने के लिए कहा गया.
बताया गया कि कनिष्का सोसाइटी के टावरों में करीब 150 परिवार और करीब 600 लोग रहते हैं, लेकिन टावरों के जर्जर होने से खतरा बना हुआ है. यहां लोगों ने 2005 से रहना शुरू किया. वर्ष 2009 तक सोसायटी के सभी टावर को ऑक्यूपेशन सर्टिफिटेकेट (ओसी) मिल गया था. ओसी मिलने के बाद भी बिल्डर की ओर से सोसाइटी आरडब्ल्यूए को हैंडओवर नहीं की गई है. इस दौरान बिल्डर ने कभी सोसाइटी की मरम्मत नहीं करवाई. इस वजह से सोसाइटी की हालत खराब हो गई है. आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने बताया कि लिफ्ट की हालात खराब है. जल्द मरम्मत नहीं हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है. बैठक में मुख्य योजनाकार, अधीक्षण अभियंता, कार्यकारी अभियंता और आरडब्ल्यूए के महासचिव अंकुश अग्रवाल, नरेश चेची, मनोज कुलहरी आदि मौजूद रहे.
मरम्मत नहीं होने से इमारतें खस्ताहाल: आरडब्ल्यूए के प्रधान जसविंदर ने बताया कि सोसाइटी की मरम्मत में कमी के चलते इमारतें खस्ताहाल हो चुकी हैं. लोगों के घर की दीवार से पानी आ रहा है, लिफ्ट पूरी तरह से खराब हो गई. इससे किसी भी समय हादसा हो सकता है. वहीं सीलन की वजह से बिजली और पानी के पाइप पूरी तरह से खराब हो गए हैं लेकिन अब तक कोई मरम्मत नहीं कराई गई.
बिल्डिंग की हालत खराब है, हर समय डर लगा रहता है. कहीं से भी प्लास्टर गिरता रहता है. ऐसे में कई बार लगता है कि अपनी मेहनत के पैसों से घर खरीद कर गुनाह कर लिया. बिल्डिंग की मरम्मत होना बहुत जरूरी है. पानी, लिफ्ट और सुरक्षा आदि की व्यवस्था ठीक नहीं है. -सुधांशु पालीवाल, कनिष्का टावर निवासी
आए दिन लिफ्ट में कोई न कोई फंस जाता है. एक लिफ्ट तो बहुत दिनों से बंद ही पड़ी है. सीवेज का गंदा पानी जगह-जगह भरा हुआ है. मच्छर पनप रहे हैं और बीमारियां फैल रही हैं. बिल्डिंग के छज्जे से पत्थर गिर रहे हैं. -राहुल, कनिष्का टावार निवासी
आरपीएस पाम सोसाइटी में पानी की लाइन को लेकर बीते हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी के सामने शिकायत रखी गई थी. उन्होने निगम अधिकारियों को इस संबंध में बिल्डर के साथ मिलकर समाधान निकालने का निर्देश दिया था. सोसाइटी की आरडब्ल्यूए पदाधिकारी इंद्रा कोठारी ने बताया कि अब तक विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है न ही बैठक के जरिए समाधान निकालने का प्रयास किया गया.