रेवाड़ी न्यूज़: औद्योगिक सेक्टर-59 स्थित एक कंपनी के बाहर रात सीवर के खुले मैनहोल में गिरने से चार साल के एक बच्चे की मौत हो गई. बच्चा अपने माता-पिता के साथ घर लौट रहा था. पुलिस मामले की जांच कर रही है
उत्तर-प्रदेश के संभल जिले के गांव गवां निवासी विकास वर्मा ने बताया कि वह काफी समय से गांव झाड़सेतली में पत्नी सविता और चार बच्चों के साथ रहते हैं. वह सेक्टर-59 में चाय की दुकान करते हैं. वह दुकान बंद करने के बाद पत्नी सविता और चार बच्चों के साथ घर लौट रहे थे. रास्ते में चार वर्षीय बेटे आनंद ने मां का हाथ छुड़ा लिया. इस दौरान अंधेरे के कारण वह कंपनी के गेट नंबर-3 के बाहर खुले सीवर के मैनहोल में गिर गया.
बेटे के गिरते ही विकास मैनहोल में कूद गए लेकिन उसके हाथ बेटा नहीं आया. इसी बीच कंपनी में कार्यरत राहुल नामक एक कर्मचारी ने मैनहोल में जाकर बच्चे को बाहर निकाल लाया. बच्चे को देर रात सरकारी अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. विकास का कहना कि आनंद उनका सबसे छोटा बेटा था. उससे बड़ी दो बेटियां और एक बेटा और है.
ढक्कन खुले होने पर उठ रहे सवाल जिस सीवर के मैनहोल में गिरकर बच्चे की मौत हुई है वह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा बिछाई गई थी. इसकी सफाई कराने की जिम्मेदारी भी विभाग की है, लेकिन पिछले कुछ माह से सफाई का ठेका खत्म हो गया. इस कारण सीवर व्यवस्था चौपट है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मैनहोल का ढक्कन किसने और क्यों खोला. बच्चे की मौत का जिम्मेदार कौन है?
विभागीय अधिकारी का कहना है कि उनका टेंडर का समय खत्म हो चुका है. ढक्कन किसने हटाया इसकी किसी को जानकारी नहीं है. बात दें कि इस सेक्टर में यह अकेला ढक्कन नहीं हटा था, मौके पर जांच में पता चला कि वहां पर तीन-चार और सीवर के मैनहोल के ढक्कन हटे पड़े थे. इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.