हिसार न्यूज़: अरावली से सटी ग्रीन फील्ड कॉलोनी के पास गुरुकुल रोड पर सीवर लाइन बिछाया जा रहा है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इसकी आड़ में अवैध खनन किया जा रहा है. नगर निगम के ठेकेदार ने यहां बीस फीट गहराई तक खुदाई करके पत्थर निकाल दिया है.
पत्थर को ट्रकों में लोड करके मौके से साथ के साथ ही हटा दिया जाता है. तभी तो करीब छह सौ मीटर सीवरलाइन डालने में बीते कई दिन से खुदाई की जा रही है. नगर निगम इस सड़क पर करीब 24 लाख रुपये की लागत से यह सीवर लाइन बिछाने का काम करवा रहा है.
कुछ स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सीवर लाइन बिछाने की आड़ में यहां पत्थरों का अवैध खनन किया जा रहा है. उनका दावा है कि उन्होंने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की है. लेकिन काम चल रहा है. स्थानीय लोगों को आशंका है कि पत्थर नीचे से निकलने के बाद जमीन खोखली हो जाती है, जिसके कारण आए दिन सड़क में गड्ढे बन रहे हैं. सूत्रो के मुताबिक नगर निगम ने यहां कुछ जमीन बिल्डरों को बेची थी और निगम को यहां सीवर व पानी जैसी सुविधाएं उपलब्ध करानी थी, लेकिन लापरवाही के चलते यह काम नहीं किया गया. ऐसे में बिल्डरों के दवाब के कारण यहां सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया है.
ट्रक में लादकर ले जाते हैं पत्थर सीवर लाइन बिछाने के लिए की जा रही खुदाई से निकलने वाले पत्थर को साथ के साथ ही ट्रक में लादकर भेज दिया जाता है. एक पूर्व इंजीनियर ने बताया कि सीवर लाइन बिछाने के लिए इतनी गहराई तक खुदाई की आवश्यकता नहीं है. कहीं पांच फीट तो कही बीस फीट गहरी खुदाई करके
पत्थर निकलता देख अधिकारी मूक दर्शक बने हुए हैं. इसी चुप्पी पर स्थानीय लोग इस पर सवाल उठा रहे कि आखिर सड़क बनाने के लिए इतनी गहरी खुदाई क्यों की जा रही है? इंजीनियर भी मानते हैं कि अगर कोई बड़ा पत्थर हो तो उसे निकाला जा सकता है? ताकि दिक्कत नहीं हो. साथ ही ढलान समाप्त करने के लिए खुदाई की जा सकती है, लेकिन इसके लिए पूरी सड़क में इतनी गहराई तक खोदने की जरूरत नहीं है.
विभागों में तालमेल न होने से तोड़ दी सड़क
सरकारी विभागों में आपसी तालमेल नहीं होने के कारण प्रशासन को राजस्व का नुकसान होता है. लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है. जहां सीवर लाइन बिछाई जा रही है इस सड़क को कुछ दिन पहले ही बनाया गया था, लेकिन सीवर लाइन बिछाने के लिए इसे तोड़ दिया गया है. अगर विभागों के बीच तालमेल होता तो सड़क निर्माण से पहले ही इस सीवर लाइन को बिछाया जा सकता था. शहर में भी इसी प्रकार के कार्य चलते हैं और सड़कों को तोड़ दिया जाता है.
ऐसी शिकायत नहीं मिली. लाइन बिछाने के लिए गहरी खुदाई करनी पड़ेगी. फिर भी अगर पत्थर खनन की नीयत से खुदाई की गई है तो इसकी जांच करवाएंगे. - ओमदत्त, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम