फरीदाबाद न्यूज़: गुरुग्राम-पाली मोड़ के समीप बड़खल कॉलोनी में नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते ने करीब 200 अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया. इस कॉलोनी में बीते वर्ष अक्तूबर में अवैध निर्माण ध्वस्त करके करीब 10 एकड़ जमीन खाली करवाई गई थी, कुछ लोग फिर से रहने लगे थे.
नगर निगम का तोड़फोड़ दस्ता सुबह करीब 11 बजे गुरुग्राम मार्ग स्थित उजड़ी बड़खल कॉलोनी में पहुंचा. यहां लोगों ने अस्थाई रूप से ईंटों को लगाकर तिरपाल और पॉलीथिन लगाकर रहने का इंतजाम किया हुआ था. तोड़फोड़ दस्ते के कर्मचारियों ने लोगों को अपना सामान बचाने के लिए कहा तो वहां लोग भड़क गए. महिलाओं ने विरोध किया, लेकिन पुलिस बल के सामने किसी की एक नहीं चली और जेसीबी ने ईटों से किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया. ऐसे करीब 200 अतिक्रमण लोगों ने किए हुए थे.
जिन्हें हटा दिया गया. रहीस, शबनम, सलीम, विनोद, शहजाद आदि ने बताया कि उनके पास रहने की कोई और जगह नहीं है. उन्होंने जीवन भर की कमाई से यहां मकान बनाया था, वे यहां बीते चालीस साल से रह रहे थे, लेकिन बीते वर्ष नगर निगम ने एकाएक ही उनके मकान ढहा दिए. अब कहां जाए, इसलिए अपने मकान की जमीन पर ही पॉलीथिन डालकर रह रहे हैं. नगर निगम के कर्मचारी और सत्ताधारी लोग इंसानियत भूल चुके हैं. उन्होंने जमीन खरीदकर मकान बनाए थे इसलिए उनका भी पुनर्वास किया जाना चाहिए. अरावली की वन क्षेत्र की जमीन को रसूखदारों ने मिलीभगत से गरीब लोगों को बेच दिया. सस्ते के चक्कर में लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई से छोटी-छोटी जगह लेकर अपने आशियाने बना लिए.
सर्वोच्च न्यायालय ने अरावली में अवैध निर्माण हटाने के आदेश दिए तो नगर निगम अरावली में बसी ऐसी बस्तियों को हटा दिया. नगर निगम के अतिरिक्त निगमायुक्त गौरव अंतिल ने बताया कि बड़खल कॉलोनी में कुछ लोगों ने फिर से अवैध कब्जे और अतिक्रमण कर लिए थे, जिन्हें हटा दिया.