हिसार: हरियाणा में हिसार जिले के नारनौंद क्षेत्र के सुलचानी गांव के धर्मशाला में संचालित एक क्लीनिक पर Health and Drugs Department की टीम ने छापा मारा. बिना डिग्री के क्लीनिक चला रही खेड़ी रोज निवासी ममता नाम की महिला के पास से कई तरह की दवाएं भी बरामद हुई हैं. विभाग को लगातार शिकायत मिल रही थी कि सुलचानी गांव की एक महिला बिना डिग्री के धर्मशाला में क्लीनिक चलाकर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है।
शिकायत के आधार पर स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों ने खांडा खेड़ी पीएचसी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. डॉ. अंकित सिहाग, ड्रग इंस्पेक्टर, औषधि विभाग। अजय कुमार, हांसी एंटी नारकोटिक्स सेल प्रभारी उप निरीक्षक सुरेश कुमार व नारोनंद थाना उप निरीक्षक कपिल देव आदि के नेतृत्व में एक विशेष टीम को सुलचानी गांव में छापेमारी के लिए भेजा गया। सूचना के आधार पर गठित टीम ने जब छापेमारी की तो गांव के धर्मशाला में ममता नाम की महिला डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस करती हुई मिली. मौके से 30 तरह की दवाएं और उपकरण जब्त किए गए हैं और रिपोर्ट तैयार कर जांच के लिए भेजी जाएगी.
गठित टीम ने जब संबंधित महिला ममता से डिग्री संबंधी दस्तावेज मांगे तो वह कोई लाइसेंस या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सकी। इसी दौरान सुलचा निवासी संदीप कुमार नामक मरीज भी क्लीनिक में भर्ती था और आरोपी ममता उसका इलाज कर रही थी। इस अवधि के दौरान, चिकित्सा पद्धति में उपयोग किए जाने वाले चिकित्सा उपकरणों और दवाओं का एक बड़ा भंडार पाया गया।
इस क्लिनिक में भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं मिलीं. पूछे जाने पर आरोपी ममता पंजीकृत डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस करने और इन दवाओं को स्टॉक करने से संबंधित कोई वैध डिग्री या कोई अन्य दस्तावेज पेश नहीं कर सकी। वह इन एलोपैथिक दवाओं की खरीद-फरोख्त का रिकार्ड पेश नहीं कर सकीं। जिसके चलते उक्त टीम ने उक्त दवाओं व उपकरणों को कब्जे में लेकर रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के माध्यम से पुलिस को भेज दी है।