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यौन उत्पीड़न के आरोप का सामना कर रहे हरियाणा के मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए : हुड्डा

Rani Sahu
26 Aug 2023 1:42 PM GMT
यौन उत्पीड़न के आरोप का सामना कर रहे हरियाणा के मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए : हुड्डा
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चंडीगढ़ (आईएएनएस)। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शनिवार को राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यौन उत्पीड़न के आरोपी मंत्री संदीप सिंह को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए या फिर मुख्यमंत्री को उन्हें पद से हटा देना चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि संदीप इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुख्यमंत्री को उनसे इस्तीफा मांग लेना चाहिए।
चंडीगढ़ में मीडिया को संबोधित करते हुड्डा ने कहा कि पार्टी ने मौजूदा विधानसभा सत्र में भी यह मुद्दा उठाया है। सरकार ने जानबूझकर सत्र की अवधि कम रखी है क्योंकि वह महत्वपूर्ण मुद्दों का जवाब नहीं देना चाहती है।
ऐसा लगता है कि सरकार जल्दी में है। इसीलिए कांग्रेस की ओर से बाढ़ और मुआवजे को लेकर दिए गए स्थगन प्रस्ताव को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में तब्दील कर दिया गया। कांग्रेस ने नूंह हिंसा और राज्य में कानून-व्यवस्था पर भी चर्चा का प्रस्ताव रखा है, लेकिन स्पीकर ने उसे भी टिप्पणी के लिए सरकार के पास भेज दिया।
परिवार पहचान पत्र में भारी गड़बड़ी के मुद्दे पर भी सरकार ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। सरकार यह नहीं बता पाई कि अमीरों को गरीब और गरीबों को अमीर कैसे दिखाया जा रहा है। सरकार की प्रॉपर्टी आईडी और परिवार पहचान पत्र में अनगिनत खामियां हैं, जिन्हें इतने लंबे समय बाद भी ठीक नहीं किया जा सका है। इसके बावजूद, उस कंपनी के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, जिसके पास परियोजना को निष्पादित करने का अनुबंध था।
मेवात में दोबारा धार्मिक जुलूस निकालने के सवाल पर हुड्डा ने कहा कि जुलूस निकालना हर किसी का अधिकार है। जुलूस से किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन सरकार को इसकी गंभीरता को देखते हुए हर मामले में एहतियात बरतनी चाहिए।
पिछली बार सब कुछ जानने के बावजूद सरकार ने जुलूस की सुरक्षा को लेकर उचित कदम नहीं उठाए और भड़काऊ बयानों पर सरकार ने संज्ञान नहीं लिया, जिसके कारण हिंसा हुई।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में भी धार्मिक जुलूस निकाले जाते थे, लेकिन कभी कोई हिंसा नहीं हुई, जबकि भाजपा सरकार में ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं क्योंकि यह दंगों की सरकार है।
हुड्डा ने कहा कि पार्टी नूंह हिंसा की हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग कर रही है ताकि यह पता चल सके कि हिंसा कैसे हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार था। उन्होंने कहा कि सरकार जांच से भाग रही है।
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