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स्वास्थ्य सेवाओं में हरियाणा देश में प्रथम नहीं : सैलजा

Shreya
1 Aug 2023 11:48 AM GMT
स्वास्थ्य सेवाओं में हरियाणा देश में प्रथम नहीं : सैलजा
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चंडीगढ़। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार केवल जुमलों की सरकार बनकर रह गई है। स्वास्थ्य सेवाओं में हरियाणा प्रदेश में प्रथम राज्य है, यह दावा सरासर झूठा है। क्योंकि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। सरकारी अस्पतालों में स्टाफ, दवाओं और अन्य सुविधाओं की कमी है। सरकार दावा कर रही है कि उसने 15 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोल दिए हैं तो सरकार यह भी बताएं कि ये अस्पताल किन-किन जिलों में चालू किए गए हैं।

मीडिया में जारी एक बयान में सैलजा ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार दावा कर रही है कि सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों में 541 प्रकार की दवाएं, 597 प्रकार के ऑपरेशन, टेस्ट मुफ्त किए जा रहे हैं। सरकार का यह दावा सरासर झूठ है। सरकारी अस्पतालों में दवाओं का पूरी तरह से अभाव रहता है, मजबूरी में डॉक्टर बाहर की दवाएं लिख रहे हैं। छोटे-छोटे ऑपरेशन के लिए भी मरीज प्राइवेट अस्पतालों की ओर भाग रहे है। अगर सरकारी अस्पतालों में सभी सुविधाएं होती तो मरीज प्राइवेट अस्पताल में न जाते।

उन्होंने कहा है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की कमी है। आज तक पद नहीं भरे जा रहे है। विशेषज्ञ डॉक्टरों का तो पूरी तरह से अभाव है, सरकारी अस्पताल केवल रेफर सेंटर बन गए है। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा उपकरण नहीं है। कही हैं भी तो वे जंग खा रहे हैं। क्योंकि उन्हें आपरेट करने वाला स्टाफ नहीं हैं। रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट तक का अभाव है। फिर सरकार कैसे स्वास्थ्य सेवाओं में नंबर वन की बात कर रही है।

उन्होंने कहा है कि सरकार दावा कर रही है कि 15 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले गए है तो सरकार जनता को ये भी बताए कि ये अस्पताल कहां-कहां खोले गए है। चिरायु-आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकार पांच लाख रुपए सालाना मुफ्त इलाज की बात कर रही है जबकि प्राइवेट अस्पताल अब इस योजना के तहत इलाज करने से हाथ पीछे खींच रहे हैं। क्योंकि समय पर उन्हें भुगतान तक नहीं किया जा रहा है।

प्रदेश की जनता आज भी सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों पर ज्यादा भरोसा कर रही है। सरकारी अस्पतालों में इस प्रकार की सुविधाएं प्रदान कराई जाए कि मरीज को बाहर ही न जाना पड़े। हर जिला में मेडिकल कालेज की घोषणाएं करने में सरकार आगे बढ़ रही है पर घोषणाएं धरातल पर मूर्त रूप लेती तो दिखाई देनी चाहिए। खाली जुमलों से जनता का भला होने वाला नहीं हैं।

सिरसा मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करवाकर भूल गई सरकारः

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रदेश सरकार ने सिरसा मेडिकल कॉलेज का कुरुक्षेत्र में हुए एक कार्यक्रम में शिलान्यास करवाया था। सरकार ने दावा किया था कि सिरसा में 22 एकड़ में मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा और उसमें एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी।

मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए 1090 करोड़ का बजट जारी करने का दावा किया गया था। पर आज भी उक्त जगह पर केवल एक बोर्ड लगा है। मेडिकल कॉलेज बनाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। जबकि राष्ट्रपति से शिलान्यास करवाने के बाद मेडिकल कॉलेज निर्माण में तेजी से काम होना चाहिए था।

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