गुडगाँव न्यूज़: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बीच दाल की कीमतों में आए उछाल ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. सरकार कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए स्टॉकिस्ट, मिलरों, खाद्य प्रसंस्करण कर्ताओं और व्यापारियों के साथ बात कर स्टॉक की घोषणा करने के लिए दबाव बना रही है.
इस बीच, थोक महंगाई के आंकड़े जारी हुए. इसी के साथ अरहर और उड़द दाल की कीमतों में उछाल भी देखा गया. इसके बाद उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने अधिकारियों के साथ चर्चा की है. इन अधिकारियों ने कई हिस्सों में प्रमुख दाल बाजारों का दौरा कर दाल के कारोबारियों से बात की है. मंत्रालय का कहना है कि सचिव ने इंदौर में ऑल इंडिया दाल मिल्स एसोसिएशन के साथ बैठक की. इसके साथ 12 वरिष्ठ अधिकारियों को कर्नाटक, मध्य प्रदेश राज्यों में विभिन्न स्थानों का दौरा कर जमीनी हकीकत का जायजा लिया.
दालों की महंगाई दर में छह माह से लगातार इजाफा: दालों की महंगाई दर फरवरी में 2.59 थी, जो मार्च में 3.03 हो गई. बीते छह माह में इसमें लगातार वृद्धि देखी जा रही है. अक्टूबर 2022 में यह दर 0.45 फीसदी थी. नवंबर में 0.56, दिसबंर में 1.66, जनवरी में 2.36 दर्ज की गई थी. बीते एक साल में यह उच्च स्तर पर बनी हुई है. मार्च 2022 में दालों की महंगाई दर 2.22 थी, जो मार्च 2023 में 3.03 जा पहुंची है.