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हरियाणा: 7 नर्सिंग होम पर FDA का छापा, डॉक्टरों पर दर्ज होंगे केस

Deepa Sahu
22 April 2022 4:37 PM GMT
हरियाणा: 7 नर्सिंग होम पर FDA का छापा, डॉक्टरों पर दर्ज होंगे केस
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हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज, जिनके पास हरियाणा खाद्य एवं औषधि प्रशासन का भी प्रभार हैं,

चंडीगढ़ः हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज, जिनके पास हरियाणा खाद्य एवं औषधि प्रशासन का भी प्रभार हैं, ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीमों द्वारा नर्सिंग होम, क्लीनिक में चल रही बगैर लाइसेंस अवैध दवाईयों की दुकानों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम के अंतर्गत दो जिलों रेवाड़ी और सोनीपत में छापामारी की गई और छापामारी के दौरान विभिन्न दवाईयों के नमूने लिए गए व अन्य दस्तावेजों को कब्जे में लिया गया. उन्होंने बताया कि रेवाड़ी के मॉडल टाउन में डा. स्मिता कश्यप द्वारा संचालित स्किन लेजर, कास्मैटिक सर्जरी एवं हेयर ट्रांसप्लांट क्लिनिक में छापे के दौरान एफडीए की टीम ने सरेआम खुली दुकान से काउंटर के माध्यम से विकास यादव को डाक्टर की पर्ची पर दवाईयां बेचते पाया. उन्होंने बताया कि टीम ने मौके पर रैक्स में प्रदर्शित की गई. दवाईयों में से 5 तरह की दवाईयां के जांच हेतू नमूने लिए गए तथा 15 तरह की दवाईयों को फार्म-16 पर फर्द बनाकर अपने कब्जे में लेंकर, न्यायायल से उनकी कस्टडी के आदेश भी प्राप्त किए गए हैं.उन्होंने कहा कि टीम के अनुसार यहां पर बिना लाइसेंस की दुकान से मरीजों को बिक्री बिल भी जारी किए जा रहे थे, इस पर टीम ने 34 ऐसे बिक्री बिल मौके से बरामद भी किए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सोनीपत में भी इस मुहिम के तहत डूडेजा ईएनटी अस्पताल दिल्ली रोड़, सोनीपत तथा डा. गौरव द्वारा संचालित रॉयल डेंटल अस्पताल में चल रही अवैध दुकानों पर छापे मारे.

उन्होंने आगे कहा कि डुडेजा ईएनटी अस्पताल के संचालक डा. एस.एल. डुडेजा ने बताया कि उसकी पर्ची वीना ग्रोवर दवाईयां बेचती और पैसे वसूल करती है. मौके पर विभागीय टीम ने 12 प्रकार की दवाईयों को सबूत के तौर पर जांच हेतु कब्जे में भी लिया. टीम ने मौके से ओपीडी रजिस्टर एवं दवाईयों के खरीद बिल भी सबूत के तौर पर बरामद किए गए.
उन्होंने कहा कि वहीं, रॉयल डेंटल अस्पताल ने खुली बिना लाईसेंस दुकान से चिराग नाम के व्यक्ति डाक्टर की पर्ची पर दवाईयां बेचता मिला, जो 12वीं पास हैं और डॉक्टर गौरव ने उसे 15 हजार प्रति माह वेतन रखा हुआ है. टीम ने मौके से 12 प्रकार की दवाईयों के नमूने कब्जे में लिए. रॉयल डेंटल क्लिनिक पर सात अन्य डाक्टर भी प्रैक्टिस करने आते हैं और सभी की पर्ची पर इसी दुकान से मरीजों को दवाईयां दी जाती हैं जो कि घोर उल्लंघना हैं.
मौके से टीम ने बिक्री बिल, खरीद बिल और ओपीडी रजिस्टर भी बरामद किए हैं.उन्होंने बताया कि इस मुहिम के तहत आज कैथल शहर में श्रीकृष्ण अस्पताल, करनाल रोड़, कैथल तथा पोपली नर्सिंग एवं चैस्ट क्लिनिंक, पेहोवा चौक, कैथल में छापेमारी जारी है. दोनों स्थानों पर खुली अवैध मेडिकल के काउंटर से दवाईयों की बिक्री होना पाया गया हैं. इसी क्रम में आज रोहतक व महम में भी कार्यवाही जारी हैं जिसके तहत रोहतक के सैक्टर-1 में कुंडू क्लिनिक में चल रही बिना लाइसेंस दुकान पर तथा महम में दीपाजंलि अस्पताल में चल रही अवैध दुकान पर टीमों की छापेमारी जारी है.


विज ने कहा कि अवैध कार्य करने वाले डाक्टरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने कहा कि विभाग जनता को गुणवत्तापरक दवाईयां उचित दामों पर उपलब्ध करवाने के लिए कटिबद्ध हैं. उन्होंने ब्लड सेंटर्स संचालकों को भी चेताते हुए कहा कि बिना स्वीकृति के आउटडोर कैंप आयोजित न करें और नियमानुसार इनकी जानकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को मुहैया करवाएं अन्यथा कानूनी कार्यवाही की जाएगी.


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