रेवाड़ी न्यूज़: यमुना का जलस्तर 24 घंटे में 852 क्यूसेक से बढ़कर 7,226 क्यूसेक होने पर छांयसा गांव में यमुना नदी पर बना पैंटून पुल टूट गया. इससे लोगों को मोहना गांव में यमुना नदी पर बने पुल को पार कर आना-जाना पड़ रहा है.
लोगों को अब यूपी के दनकौर, मकनपुर आदि इलाकों में जाने के लिए करीब 12 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है. लोक निर्माण विभाग लोगों की आवाजाही के लिए हर वर्ष छांयसा गांव में यमुना नदी पर पैंटून पुल बनाता है. मानसून के मौसम में इस पुल को हटा दिया जाता है. ताकि लोगों के जान-माल को कोई खतरा पैदा न हो. अभी मानसून में काफी समय है. इस वजह से पैंटून पुल पर लगातार आवाजाही चल रही है.
अचानक यमुना नदी में पानी की रफ्तार तेज हो गई थी. ज्यादा पानी का बहाव आने से पैंटून पुल हिलकर क्षतिग्रस्त हो गया. सिंचाई विभाग के मुताबिक को यमुना नदी में 852 क्यूसेक पानी चल रहा था यमुना नदी में 7,226 क्यूसेक आ गया. अचानक इतना पानी आने से पैंटून पुल हिल गया. यमुना नदी में 5,637 क्यूसेक पानी चल रहा था.
लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही
यमुना नदी पर बने पैंटून पुल को बंद करने की वजह से लोगों को अब लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है. इस पैंटून पुल के जरिए गौतम बुद्ध नगर के मकनपुर, दनकौर, लतीपुर आदि गांवों के लोगों की आवाजाही होती है. पलवल जिले के शेखपुर, बागपुर, खेड़ली आदि गांव के लोगों के साथ-साथ छांयसा और आस-पास के गांवों के लोग यमुना पार अपने खेतों पर भी इसी पैंटून पुल से आते-जाते हैं.
यमुना नदी में डेढ़ लाख क्यूसेक पानी आता है तो यमुना के जलस्तर पर नजर रखी जाती है. फिलहाल किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. मानसून आने पर ही यमुना में जलस्तर बढ़ता है.
-अरविंद शर्मा, एसडीओ, सिंचाई विभाग