गुरुग्राम: साइबर ठग अब बेरोजगारों को निशाना बना रहे हैं। नौकरी लगाने के नाम पर बैंक खाते खुलवाकर साइबर ठगों को उपलब्ध करा देते हैं। ऐसा ही एक मामला साइबर थाना वेस्ट में सामने आया है. जहां महाराष्ट्र के रहने वाले एक बेरोजगार ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई बैंकों में खाते खुलवाए और उनका सिम ले लिया. पीड़ित ने चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
महाराष्ट्र के मुंबई निवासी साहिल शाहन शरीफ ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि मई में उसकी मुलाकात बंटी कुमार नाम के युवक से हुई। आरोपी ने खुद को हरियाणा के कुरूक्षेत्र का रहने वाला बताया। बंटी ने कहा, चलो गुरुग्राम चलते हैं, वहां तुम्हें नौकरी दिला दूंगा। इस पर 26 मई को दोनों मुंबई से गुरुग्राम के पालम विहार आ गए। जहां बंटी ने उसे हांसी निवासी रिशु से मिलवाया। दोनों ने आश्वासन दिया कि उन्होंने नौकरी के लिए 3-4 कंपनियों से बात की है। कंपनी की पॉलिसी के मुताबिक सबसे पहले अलग-अलग बैंकों में अकाउंट खुलवाना होगा. इसके बाद पीड़ित ने बंटी और रिशु की मदद से फेडरल बैंक एमजी रोड, एचडीएफसी बैंक पालम विहार, केनरा बैंक सुखराली, इंडियन बैंक सेक्टर 31 और यूनियन बैंक सेक्टर 31 और 2-3 अन्य बैंकों में खाते खोले।
बैंकों द्वारा दी गई किट रिशु और बंटी ने रख ली। बंटी और रिशु ने उसे अपने एक और दोस्त हांसी के रहने वाले जितेंद्र से मिलवाया. आधार कार्ड से जितेंद्र को एयरटेल और जियो की अलग-अलग सिम मिलीं। बंटी, रिशु और जितेंद्र ने सभी बैंक खातों में सिम लिंक करा लिया. आरोपियों ने यह सिम अपने दोस्त संजू हांसी को दे दी। ऐसा करने से मना करने पर आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता का कहना है कि नौकरी पाने के लिए बंटी, रिशु, जितेंद और संजू ने मिलकर साजिश रची थी. सब इंस्पेक्टर जगदीप सिंह ने बताया कि पीड़ितों के खातों में जालसाजों द्वारा जमा की गई रकम की जांच की जा रही है। इस बीच, पुलिस ने जीतेंद्र और रिशु को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी दो की तलाश कर रही है.