जनता से रिश्ता वेबडेस्क : पुलिस अधीक्षक कर्ण गोयल ने बताया कि 13 अप्रैल को शाहाबाद की खानचंद मंडी निवासी प्रवीन कुमार ने थाना शहर थानेसर पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसकी बेटी ने इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी नई दिल्ली में सहायक कुलसचिव पद के लिए आवेदन किया था। उसे एक जानकार पंजाब के जीरकपुर निवासी राजकुमार ने कहा कि अगर उसे किसी बैंक से ऋण लेना है या किसी तरह का कोई सरकारी काम करवाना है तो वह उसे करवा देगा। उसने राजकुमार पर विश्वास करके अपनी बेटी को नौकरी लगवाने की बात कही। राजकुमार ने उसे अरुण भट्टाचार्य के जीरकपुर कार्यालय का पता दिया।
वह जीरकपुर पहुंचकर आरोपित अरुण भट्टाचार्य से मिला तो आरोपित ने उसे अच्छी जानकारी बताकर अपनी बातों में फंसा लिया। बेटी को नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख रुपये में बात तय हुई। इसके बाद उसने 19 जुलाई 2021 को गांव रतगल की पंजाब नेशनल बैंक शाखा से सात लाख रुपये आरोपित के खाते में डलवा दिए। आरोपित ने उसको एक माह के अंदर-अंदर काम होने की बात कही। इसके बाद जब आरोपित ने उसकी बेटी नौकरी नहीं लगवाया तो उसने अपने रुपये वापस मांगे।
रुपये वापस मांगने पर आरोपित ने उसके साथ गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।जांच अधिकारी दिनेश कुमार और जसबीर सिंह की टीम ने 22 मई को पंजाब के जिला मोहाली के गांव बलटाना निवासी अरुण भट्टाचार्य और बलटाना गांव की रविद्रा एंक्लेव निवासी राजकुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने रिमांड अवधि पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया।
सोर्स-jagran