गुडगाँव: हरियाणा के नूंह जिले में हुई हिंसा के बाद हालात धीरे-धीरे सामान्य होते दिख रहे हैं. नूंह के पड़ोसी जिलों में लगी पाबंदियां हटनी शुरू हो गई हैं. गुरुग्राम-रेवाड़ी में हिंसा के बाद लगाई गई धारा 144 हटा दी गई है, लेकिन नूंह में कर्फ्यू और नेटबंदी जारी है.
आज मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल जायजा लेने आएगा. वहीं, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हिंसा के बाद शुरू हुई बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी है.
हाईकोर्ट का आदेश आते ही उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने तुरंत अधिकारियों को कार्रवाई करने से मना किया. सरकार के विध्वंस अभियान पर उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया ने स्थगन आदेश दिया. वहीं
4 दिनों से बुलडोजर की कार्रवाई चल रही थी
नूंह में पिछले 4 दिनों से तोड़फोड़ चल रही थी. 753 से ज्यादा घर, दुकानें, शोरूम, झुग्गियां और होटल ध्वस्त कर दिए गए हैं. प्रशासन ने इन्हें अवैध बताते हुए कहा कि इनमें रहने वाले लोग 31 जुलाई की हिंसा में शामिल थे. नूंह में अब तक प्रशासन ने 37 जगहों पर कार्रवाई कर 57.5 एकड़ जमीन खाली कराई है.
162 स्थायी और 591 अस्थायी ढांचे ध्वस्त किये गये। पुन्हाना, नगीना, फिरोजपुर झिरका और पिनगंवा क्षेत्र में भी अतिक्रमण हटाया गया। प्रशासन ने उस 3 मंजिला सहारा होटल को भी ध्वस्त कर दिया, जहां से हिंसा वाले दिन पथराव किया गया था. प्रशासन का कहना है कि होटल मालिक को सब कुछ पता था, लेकिन उसने दंगाइयों को पत्थर इकट्ठा करने से नहीं रोका.