आईएमटी औद्योगिक क्षेत्र में 10 वर्ष बाद भी ईएसआई डिस्पेंसरी नहीं
फरीदाबाद न्यूज़: आईएमटी औद्योगिक क्षेत्र में 600 से ज्यादा फैक्टरियां हैं. इसके बावजूद यहां बीते 10 वर्ष में भी कर्मचारियों के लिए ईएसआई डिस्पेंसरी नहीं बन सकी हैं. कर्मचारियों को इलाज के लिए दो किलोमीटर दूर सेक्टर-आठ जाना पड़ रहा है.
वहीं, उद्यमी औद्योगिक क्षेत्रों के अंदर ही कर्मचारियों के इलाज की मांग कर रहे हैं, ताकि घायल होने पर कर्मचारियों को तत्काल प्राथमिक उपचार मिल सके. फरीदाबाद में एनआईटी औद्योगिक, सेक्टर-चार, छह, 24, 25,57, 58, 59, डीएलएफ औद्योगिक क्षेत्र और आईएमटी आदि बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं. आईएमटी सबसे बाद में बना औद्योगिक क्षेत्र है. यहां करीब पांच लाख लोग नौकरियां करते हैं. मशीनों पर काम करने के दौरान हर साल कई कर्मचारी घायल होते हैं.
फैक्टरी प्रबंधन द्वारा उपचार के लिए सेक्टर-आठ स्थित ईएसआई अस्पताल और एनआईटी-तीन स्थित ईएसआई मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है. उद्यमियों का मानना है कि जब ईएसआई डिस्पेंसरियों में कर्मचारियों का इलाज होना है तो ईएसआई अस्पताल और डिस्पेंसरी भी यहीं होनी चाहिए. सेक्टर-24 या सेक्टर-25 की फैक्टरी में कोई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल होता है तो उसे सेक्टर-आठ स्थित ईएसआई अस्पताल या एनआईटी-तीन स्थित मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है. बल्लभगढ़ सोहना रेलवे पुल पर जाम लगा रहता है. इससे घायलों को अस्पताल ले जाने में परेशानी होती है.
ईएसआई डिस्पेंसरी की संख्या बढ़नी चाहिए. डॉक्टर, फार्मासिस्ट की भर्ती होनी चाहिए. तभी कर्मचारियों को सरकार की योजनाओं का बेहतर लाभ मिल पाएगा. डिस्पेंसरियों में डॉक्टर की कमी है. इस वजह से कर्मचारियों और उनके परिवारों को बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में लंबी दूरी तय कर जाना पड़ रहा है.
-श्याम सुंदर कपूर, प्रधान, ऑल इंडिया फोरम ऑफ एमएसएमई
आईएमटी औद्योगिक क्षेत्र में अब तक डिस्पेंसरी नहीं खुल सकी है. यह सेक्टर-आठ अस्पताल में चल रही है. हमारी एसोसिएशन प्रयास कर रही जल्द कर्मचारियों के लिए क्षेत्र में डिस्पेंसरी बने. औद्योगिक क्षेत्र में 600 से ज्यादा फैक्टरियां खुल चुकी हैं. उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां पर डिस्पेंसरी शुरू हो जाए.
-वीबी शर्मा, पूर्व प्रधान, आईएमटी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
औद्योगिक क्षेत्रों में डिस्पेंसरी इस तरह की हों, जिनमें गंभीर चोट लगने पर ही कर्मचारियों को रैफर किया जाए. फिलहाल कर्मचारियों को उपचार के लिए एनआईटी-तीन स्थित मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है. सेक्टर-आठ ईएसआई अस्पताल में भी सेक्टर-25 के कर्मचारियों की जाना पड़ रहा है. इससे उन्हें भटकना पड़ रहा है.
-अजय जुनेजा, पूर्व प्रधान, मैन्युफेक्चरर एसोसिएशन ऑफ फरीदाबाद