विकलांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मांगे 25 हजार, डॉक्टर से पूछताछ जारी
रेवाड़ी न्यूज़: हरियाणा के रेवाड़ी के सिविल अस्पताल में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. आरोपी ने विकलांग महिला का प्रमाण पत्र बनवाने के एवज में 25 हजार रुपये की मांग की थी. विजिलेंस ने उसे 15 हजार रुपये लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. साथ ही डॉक्टर से भी पूछताछ की जा रही है.
अमित अपनी मां का सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचा था
ग्राम नंधा निवासी अमित की मां विकलांग है. उसे अपनी मांग के लिए विकलांग प्रमाण पत्र बनवाना पड़ा. गत वह अपनी मां के साथ रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल आया था. ओपीडी की पर्ची कटवाकर मां-बेटा बोर्ड के सामने पहुंचे. अमित का आरोप है कि वहां डॉक्टर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राहुल ने सर्टिफिकेट जारी करने के लिए उससे 25 हजार रुपये की मांग की. अमित ने उसे 5 हजार दिए.
आरोपी अमित के घर पहुंचा
अमित ने बताया कि 4 दिन पहले को वह फिर से सिविल अस्पताल में विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने आया था. इस दौरान दोनों आरोपितों ने उससे शेष राशि देने की मांग की, लेकिन अमित ने स्पष्ट कर दिया कि वह दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के बाद ही शेष राशि देगा. इसके बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अमित के घर पहुंचा और रिश्वत की बाकी रकम मांगी. अमित ने राहुल को यह कहकर वापस भेज दिया कि दिव्यांग सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही पैसे दूंगा.
आरोपी रंगेहाथ पकड़ा गया
इसी दौरान अमित ने रिश्वत की मांग किए जाने की सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो को दी. विजिलेंस ने शिकायत मिलने के बाद आज आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और टीम अस्पताल पहुंची. अमित ने आरोपी को 15 हजार रुपए रिश्वत के रूप में दिए. पैसा लेते ही विजिलेंस टीम ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही मामले में डॉक्टर से भी पूछताछ की जा रही है.