हिसार न्यूज़: नशा, सट्टेबाजी, पशु तस्करी जैसी सामाजिक बुराइयों को रोकने के लिए गांव फिरोजपुर नमक के लोगों ने पहल की है. जो लोग इनमें लिप्त पाए जाएंगे उन पर बिरादरी की तरफ से 21 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा.
अगर इसके बाद भी कोई कानून व्यवस्था खराब करने की कोशिश करेगा तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा. इसके लिए गांव में समाज सुधार समिति का गठन किया गया है. इसमें फिलहाल करीब 60 सदस्यों को शामिल किया गया है. लोगों का कहना है कि शराब के ठेकों के बाद अब मेडिकल स्टोर भी नशीले पदार्थ बेचने के केंद्र बनते जा रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि मोटा मुनाफा कमाने के लिए मेडिकल स्टोर संचालक इस गैर कानूनी कार्य मे शामिल हो रहे हैं. गौरतलब है कि विजिलेंस टीम ने पिछले दिनों जिला पलवल में नशे के लिए नकली दवा बनाने वाली एक कंपनी का खुलासा किया था. बहरहाल, समाज सुधार समिति ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर ऐसे दवा विक्रताओं की पहचान करने का फैसला किया है.
जिले में नशा, सट्टेबाजी, पशु तस्करी जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. हालांकि इनमें कुछ लोग ही शामिल हैं, लेकिन गैर कानूनी कार्यों की वजह से अन्य लोग भी इनकी चपेट में आ रहे हैं. खासतौर से युवा पीढ़ी को लेकर ज्यादा चिंता है.
-इमरान , सरपंच, फिरोजपुर नमक
पशु तस्करों पर विशेष नजर
पशु तस्करी को लेकर गांव के लोग काफी गंभीर हैं. इस कार्य में लिप्त लोगों को पकड़ने के लिए रात दस बजे के बाद गांव में पहरा दिया जाएगा. इसके लिए समाज सुधार समिति ने 15 टीम गठित की है. यह टीम गांव के मुख्य रास्तों पर नजर रखेगी. संदिग्ध व्यक्ति को तुरंत पकड़ा जाएगा. अगर किसी की संलिप्तता पाई गई तो उस पर जुर्माना लगाने के बाद उसे पुलिस के हवाले किया जाएगा.