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अवैध कॉलोनी बसाने में 14 भूमाफिया पर केस, लोगों को दे रहे झांसा

Admin Delhi 1
23 March 2023 8:55 AM GMT
अवैध कॉलोनी बसाने में 14 भूमाफिया पर केस, लोगों को दे रहे झांसा
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रेवाड़ी न्यूज़: गांव छांयसा के आसपास चार एकड़ जमीन पर अवैध कॉलोनी बसाने का मामला सामने आया है. जिला योजनाकार विभाग से अनुमति लिए बिना कॉलोनी बसाई जा रही थी. वहां कई घर भी बना लिए गए हैं. छांयसा थाना की पुलिस 14 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.

पुलिस के अनुसार जिला योजनाकार विभाग की ओर से दी गई शिकायत में कहा गया है कि अवैध कॉलोनी काटने वाले व्यक्ति क्षेत्र में अपने कार्यालय खोलकर लोगों को सस्ते दर पर प्लॉट बेचने का झांसा देते हैं. वहां लोगों को रास्ता, सीवर-पानी, बिजली आदि सभी मूलभूत सुविधाएं देने का वादा कर रहे हैं. जबकि इसके लिए उन्होंने कोई अनुमति नहीं ली है. डीटीपी अधिकारियों के अनुसार आरोपियों को इसे लेकर अक्टूबर-2022 में नोटिस जारी किया गया था और कहा गया था कि वह जिला योजनाकार विभाग की ओर से जारी अनुमति पत्र विभाग में लेकर आएं. साथ ही सत्यापन कराएं. विभाग के अनुसार नोटिस का जवाब नहीं दिया गया. इसके बाद सुषमा रानी, नीलम, नीमा, लीला, सुभाष चंद, चंचल, गायत्री, धर्मपाल सहित 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

यहां ज्यादा दिक्कत

सबसे अधिक अवैध कॉलोनी बसाने का मामला धौंज थाना क्षेत्र में दर्ज किया गया है. इसके बाद भूपानी, छांयसा, खेड़ीपुल आदि थानों में मामला दर्ज किया गया है. गांव धौंज,नेकपुर, कुरैशीपुर,भूपानी, ददसिया, पलवली, टिकावली, छायंसा, पाखल आदि क्षेत्रों भी कॉलोनियां बसाई जा रही हैं. डीटीपी ने पुलिस में ऐसे भूमाफिया के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.

हर महीने बस रही कॉलोनी

शहर में हर महीने दो अवैध कॉलोनी बस रहे हैं. पुलिस की मानें तो जनवरी से अब तक अवैध कॉलोनी बसाने को लेकर पुलिस ने छह मामले दर्ज किए हैं. साथ ही 100 से अधिक भूमाफिया को आरोपी बनाया गया है. हालांकि इन मामलों में अभी तक एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस का दावा है कि जांच की जा रही है.

पुलिस के अनुसार भूमाफिया लोगों को अपने घर का झांसा देते हैं. इसके बाद वह खेत की जमीन को आवासीय कॉलोनी बताकर काटते हैं. वह प्रति गज पांच से 10 हजार रुपये में बेचने का झांसा देते हैं और खरीदार को दो साल का वक्त भी देते हैं. साथ ही कुछ किस्त जमा करने के बाद एग्रीमेंट कर घर भी बना ले रहे हैं. जिला योजनाकार विभाग के अधिकारियों के अनुसार इसकी जांच की जा रही है.

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