शहर में बिक रहा प्रतिबंधित चाइनीज मांझा जानलेवा साबित हो रहा
हिसार न्यूज़: स्मार्ट सिटी में हर जगह प्रतिबंध के बावजूद चाइनीज मांझा चोरी-छिपे बेचा जा रहा है. ये मांझा एक रुपये में पांच गज के हिसाब से बेचा जा रहा है. बच्चे से लेकर युवा तक पतंग उड़ाने के लिए इस धागे को खरीदना पसंद कर रहे हैं. इससे लोग हादसे के शिकार हो रहे हैं. बावजूद पुलिस इसकी बिक्री पर रोक नहीं लगा पा रही है.
शहर में सराय ख्वाजा मार्केट, पल्ला, जवाहर कॉलोनी, डबुआ, बल्लभगढ़, एनआईटी एक, पांच आदि कई प्रमुख बाजार हैं, जहां चाइनीज मांझा चोरी-छिपे बेचे जा रहे हैं.
दुकानदारों ने बताया कि वह यह धागा दिल्ली के चांदनी चौक, लाल किला, सदर बाजार से लाते हैं. 50 रुपये में सैकड़ों गज का एक बड़ा बंडल मिल जाता है. एक बंडल में कम से कम 500 गज या मीटर तक मांझा होता है. वहां से थोक में लाकर शहर में बेचते हैं. यह सूत वाले धागे से सस्ता होता है. पतंग उड़ाने वाले ज्यादातर बच्चे और युवा सूत के धागे की जगह चाइनीज मांझे को पसंद कर रहे हैं. पतंग की डोर काटने के लिए वह चाइनीज मांझे की मांग करते हैं. ऐसे में एक रुपये में पांच गज तक धागा बेचा जाता है. जबकि सूत वाला धागा एक रुपये में दो या तीन गज ही मिलता है.
दुकान के काउंटर पर रखते हैं सूत वाला धागा पुलिस की नजर से बचने के लिए दुकानदान सामने काउंटर पर सूत वाले धागे को रखते हैं. ग्राहक के मांगने पर ही वह चाइनीज मांझा की चरखी भरकर देते हैं. एक चरखी 60 से 70 रुपये में बेचते हैं. उसमें सौ-दो सौ मीटर के आसपास मांझा होता है.