फैजाबाद: सरयू नदी तट ढेमवा घाट पुल के करीब कटी सड़क के मध्य साइकिल, बाईक सवारों को छोटी नाव से पार कराने पर अचानक तरबगंज तहसील प्रशासन के निर्देश पर दत्त नगर पुलिस मौके पर पहुंचकर रोक लगवा दी. इसके चलते दर्जनों की संख्या में यात्रियों की भीड़ सड़क कटान क्षेत्र के दोनों तरफ लग गई और स्थानीय ग्रामीण भड़क उठे. इसके बाद पुलिस ने स्टीमर का इंतजाम करके स्कूली बच्चों को नदी पार करवाया.
बेऊंदा मांझा,दत्तनगर क्षेत्र वासियों ने पुलिस प्रशासन से कहा कि उनके बच्चे नाव से सोहावल चौराहे के पास स्थित एक निजी स्कूल में पढ़ने जाते हैं. जबकि मांझा क्षेत्र से काफी संख्या में दूध, खोया नदी पार सोहावल चौराहे से लेकर प्रमुख बाजारों में जाता है. इस दौरान मौके पर अपने सहायक पुलिस कर्मियों के साथ दत्तनगर पुलिस चौकी प्रभारी प्रेमचंद्र तहसील प्रशासन के निर्देशों का हवाला देकर अड़े रहे. लेकिन दोपहर बाद जब बच्चों की छुट्टी हुई तो कई छात्र सोहावल क्षेत्र से पढ़कर घर पहुंचने की उम्मीद में कटान स्थल पर पहुंचकर नाव का इंतजार करने लगे. अंत में चौकी प्रभारी ने स्टीमर से छात्रों को लाने का निर्देश दिया. छात्रों को सुरक्षित वापसी के बाद चौकी प्रभारी ने कड़ाई के साथ नाव संचालन प्रतिबंधित कर दिया. चौकी प्रभारी दत्तनगर प्रेम चंद्र ने बताया कि अभी तक नाव बिना अनुमति के चलाई जा रही थी. अनहोनी की आशंका के चलते प्रशासन ने रोक लगा दी.
बिना कार्य साढ़े चार लाख का भुगतान
मसौधा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम मैनुद्दीनपुर में प्रधान के बगैर जानकारी और हस्ताक्षर के चार पशु शेड सहित कई अन्य कार्यों का लगभग साढ़े चार लाख रुपये भुगतान बगैर कार्य हुए मनरेगा के अंतर्गत हो गया. ग्राम प्रधान ने बीडीओ समेत मुख्यमंत्री तक से की गई है.
आरोप है कि मैनुद्दीनपुर गांव में विमला पत्नी राम उजागिर, सरोज देवी पत्नी अवधेश कुमार, शारदा पत्नी फूलचंद और गुड्डन देवी पत्नी श्रीचंद के नाम से मनरेगा योजना से साढ़े चार लाख का भुगतान हो गया. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश गुप्ता ब्लॉक पहुंचे और बीडीओ से शिकायत की. नरेंद्र तिवारी ने मुख्यमंत्री पोर्टल, डीएम व अन्य अधिकारियों से शिकायत की है. बीडीओ मसौधा रसेश गुप्ता से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई पर कॉल रिसीव नहीं हुई.