फैजाबाद न्यूज़: मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र की सीमा स्थित देवगांव में 50 शैय्या अस्पताल भवन का निर्माण अधूरा होने के बावजूद तीन वर्ष पूर्व करोड़ों रुपए के संसाधन उपकरण खरीद कर 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में रखवा दिए गए थे. इसी बीच पुन सपा से विधायक चुने जाने के बाद पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने अस्पताल को संचालित कराने की मांग जिला प्रशासन से लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक से की.
स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में आने पर विभाग ने कुछ माह पूर्व कार्यदाई संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम इकाई अयोध्या से अस्पताल भवन को हस्तांतरित कर लिया. अस्पताल के सामानों के लिए स्टोर इंचार्ज की तलाश आरंभ हुई. जांच में स्टोर की जिम्मेदारी तथा स्टोर की चाबी किसके पास है, यह कोई कर्मचारी अधिकारी नहीं बता सका. ऐसी दशा में सीएमओ डॉ. अजय राजा की ओर एक पांच सदस्यीय समिति गठित की गई थी. गठित टीम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरके सक्सेना, सौ शैय्या चिकित्सालय कुमारगंज के चिकित्सक डॉ संतोष सिंह, चीफ फार्मासिस्ट रामाशीष प्रसाद, 50 शैय्या अस्पताल के फार्मेसिस्ट योगेंद्र कुमार त्रिपाठी तथा वरिष्ठ सहायक योगेंद्र नारायण त्रिपाठी की मौजूदगी में ताला तोड़ने का आदेश दिया था, जिससे खरीदे गए सामान का स्टॉक बुक से मिलान कराया जा सके. मिलान कराने का एक मकसद यह भी था कि प्रभारी और स्टोर रूम की चाबी की तरह कहीं खरीदे गए संसाधन तो भी गायब नहीं हो गए हैं. सीएमओ की ओर से गठित पांच सदस्यीय टीम 100 शैय्या अस्पताल पहुंच कर स्टोर का ताला तोड़वाया. अस्पताल संचालन के लिए फर्नीचर, बेड, स्ट्रेचर सहित अन्य सामानों का मिलान कराते हुए सूची तैयार कर देवगांव के संयुक्त अस्पताल भिजवाने की प्रक्रिया पूरी की गई.