सिरसा। हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा सीईटी की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के बैठने के नियम को बदलकर दस गुणा से चार गुणा करने के फैसले के विरोध में आम आदमी पार्टी ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त सिरसा को ज्ञापन दिया।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष हैप्पी रानियां, जिला सचिव श्याम लाल मेहता, जिला कार्यालय प्रभारी हंसराज सामा, लोकसभा उपाध्यक्ष बलविंद्र सिंह बराड़, महिला नेत्री सुखदीप कौर के संयुक्त नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया। प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार द्वारा ज्ञापन लिया गया।
आम आदमी पार्टी द्वारा मांग की गई कि सरकार तुरंत प्रभाव से उपरोक्त फैसले को वापस ले और प्रदेश में 3.57 लाख युवकों ने सीईटी की परीक्षा पास की है, परंतु अब सरकार की ओर से सभी अभ्यर्थियों को मौका नहीं दिए जाने पर और बार-बार परीक्षाओं को स्थगित करने व टालने से प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है।
इसलिए सरकार तुरंत प्रभाव से रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध करवाए व खाली पड़े 1.80 लाख पदों पर नौकरी के लिए आवेदन मांगे जाएं। आप नेताओं ने कहा कि सरकार ने बेरोजगारी को बढ़ाने के लिए हरियाणा में सीईटी की परीक्षार्थियों के बैठने के नियमों में बदलाव किया है, जिसे आम आदमी पार्टी किसी सूरत में लागू नहीं होने देगी।
आप नेताओं ने बताया कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 1.82 लाख पद खाली पड़े हैं, जबकि खट्टर सरकार ने 1 अप्रैल 2023 को 13000 नए पदों को खत्म कर दिया ह। जबकि प्रदेश में 24.80 लाख युवा बेरोजगार है। हर 3 स्नातक में एक एक बेरोजगार है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में चिकित्सा सुविधाएं भी हाशिए पर है। पिछले नौ सालों में सरकार ने चार हजार डॉक्टरों की भर्ती की, जबकि जरूरत 10 हजार डॉक्टरों की है। इसी प्रकार एमडी के 191 पद खाली पड़े हैं, वहीं महिला चिकित्सकों के 193 पदों में से 98 पद खाली पड़े हैं। इसी प्रकार सिविल सर्जन के कुल 143 पदों में से 68 पद वर्तमान में रिक्त पड़े हैं।