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एनआईटी के इलाकों में 40 नए ट्यूबवेल लगेंगे

Admin Delhi 1
6 Oct 2023 4:42 AM GMT
एनआईटी के इलाकों में 40 नए ट्यूबवेल लगेंगे
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50 हजार अवैध कनेक्शन

फरीदाबाद: स्मार्ट सिटी फरीदाबाद के पूर्वी इलाके की कॉलोनियों में करीब 40 नए ट्यूबवेल लगाए जाएंगे. कुछ पुरानी लाइनों को बदला जाएगा. ट्यूबवेलों का संचालन भी निजी कंपनियों के दिया जाएगा. इसे पेयजल आपूर्ति दुरुस्त होगी.

नगर निगम ने इसकी योजना तैयार कर दी है. जल्द ही इसकी निविदाएं जारी कर दी जाएंगी. एनआईटी विधानसभा की कॉलोनियों, ब्रह्मपुरी, संजय कॉलोनी, सुंदर नगर, नंगला एंक्लेव, पर्वतीया कॉलोनी, डबुआ कॉलोनी और कपड़ा कॉलोनी में जरूरत के मुताबिक ट्यूबवेल लगेंगे.

इन इलाकों में पेयजल आपूर्ति की 25-30 साल पुरानी पाइप लाइन जर्जर हो चुकी है. इस कारण आए दिन दूषित पानी आपूर्ति की शिकायते आती है. साथ ही अधिकतर इलाकों में पानी गुणवत्ता खराब है. इन इलाकों में करीब 300 ट्यूबवेल हैं. करीब 360 किलोमीटर लंबी पेयजल की पाइप लाइन हैं. कंपनियों को इन सभी को दुरुस्त करना होगा. ट्यूबवेलों और पाइप लाइनों की लीकेज आदि को ठीक करना होगा. जहां कहीं लाइन बदलनी होगी तो उसे बदला जाएगा. शहर में करीब 1138 किलोमीटर लंबी पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछी हैं, साथ ही शहर के विभिन्न इलाकों में करीब 1691 ट्यूबवेल लगे हैं. कर्मचारियों की कमी के चलते फिल्हाल नगर निगम के अधिकांश ट्यूबवेलों पर दबंगों का कब्जा बना रहता है.

बढ़ सकता है पानी का रेट

सूत्रों के मुताबिक निजी कंपनी को पानी का ऑपरेशन दिए जाने के बाद पानी के रेट बढ़ाए जा सकते हैं. हालांकि, पानी की कीमत वसूली नगर निगम ही करेगा. लेकिन ऑपरेशन निजी कंपनी के पास रहेगा तो पानी के रेट बढ़ने की आशंका है. नगर निगम अभी न्यूनतम 2.50 रुपये प्रति लीटर 10 किलोलीटर तक है. दिल्लीएनसीआर में सबसे कम है. जबकि बगैर मीटर वालों से न्यूनतम 60 रुपये प्रति मकान है.

एनआईटी के इलाकों में पेयजल की कमी बनी रहती है. इसलिए जरूरत के मुताबिक कॉलोनियों में कुछ ट्यूबवेल लगवाए जाएंगे. इससे पेयजल आपूर्ति व्यवस्था बेहतर हो सकेगी.

-ओमवीर, अधीक्षण अभियंता

एनआईटी की कॉलोनियों में 50 हजार से अधिक पानी के अवैध कनेक्शन हैं. मिलीभगत से इन अवैध कनेक्शन से ही पानी माफिया अपना कारोबार चला रहा है. पानी माफिया ने घरों में आरओ लगाए हुए हैं. जो बोतलों में भरकर पानी बेचते हैं. नगर निगम के पानी पर पानी माफिया का कब्जा बना रहता है. आम लोगों तक पानी नहीं पहुंच पाता है. कंपनी को प्रत्येक घर तक पानी पहुंचना निश्चित करना होगा.

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