श्रमिकों के बच्चों को छात्रवृत्ति अब 21 हजार रुपये तक मिलेगी
हिसार: प्रदेश के विभिन्न जिलों में कार्यरत श्रमिकों के बच्चों को अब 21 हजार रुपये तक की छात्रवृत्ति मिलेगी. साथ ही श्रमिकों के लिए फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत और यमुनानगर में 2000 नए फ्लैट बनेंगे. इनमें गुरुग्राम में श्रमिकों के लिए 500 फ्लैट बनेंगे.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ये घोषणाएं पलवल के दुधोला स्थित श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में आयोजित राजकीय श्रमिक दिवस समारोह में की. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं शुरू की है. अब तक बेटों व बेटियों को छात्रवृत्ति राशि में अंतर रहता था, लेकिन बेटों व बेटियों को एक समान सभी प्रकार की छात्रवृत्तियों की राशि दोनों के लिए एक समान होगी.
नौवीं कक्षा से लेकर मेडिकल की डिग्री तक के लिए 10000 रुपये से लेकर 21000 रुपये तक मिलेगी. श्रमिकों के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति में अभूतपूर्व बढ़ोतरी कर उन्होंने कहा कि वर्तमान में छात्रवृत्ति की राशि, जो 5000 रुपये से शुरू होकर 16000 रुपये तक दी जाती थी, वह अब 10000 रुपये से शुरू होकर 21000 रुपये तक दी जाएगी. इससे उन्हें काफी लाभ मिलेगा.
गुरु-शिष्य कौशल सम्मान योजना शुरू
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की ओर से गुरु-शिष्य कौशल सम्मान योजना शुरू की जा रही है. इसका उद्देश्य अनौपचारिक क्षेत्र के 25,000 शिल्पकारों, कारीगरों और श्रमिकों जैसे प्लंबर, बढ़ई, राजमिस्त्रत्त्ी आदि की कौशल क्षमता को पहचानना, प्रमाणित करना और उन्हें दक्ष गुरु के रूप में पहचान दिलवाना है. योजना के तहत 75,000 युवाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षुता प्रशिक्षण के लिए ट्रेड गुरुओं के साथ प्रशिक्षु के रूप में जोड़ा जाएगा. सफल समापन के बाद ऐसे प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे. इस मौके पर श्रम राज्य मंत्री अनूप धानक, विधायक नयनपाल रावत, जगदीश नैय्यर, दीपक मंगला आदि मौजूद रहे.