बालोद balod news। पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत, अति पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार जोशी के पर्यवेक्षण में एस.डी.ओ. पी. बालोद देवांश राठौर के नेतृत्व में निरीक्षक रविशंकर पाण्डेय थाना प्रभारी बालोद, साइबर सेल प्रभारी उनि जोगेन्द्र साहू व एवं सभी थाना प्रभारियों एवं साइबर वालंटियर्स द्वारा राज्य व्यापी साइबर जन जागरूकता पखवाड़ा अभियान के माध्यम से कॉलेज स्कुल के छात्र व छात्राओं को साइबर अपराध के प्रति किया गया जागरूक। Balod Police
अभियान के प्रथम दिवस पर जिला मुख्यालय बालोद के थाना बालोद एवं सायबर सेल द्वारा शास. आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय बालोद, शास.घनश्याम सिंह महाविद्यालय बालोद, जिला ग्रंथालय बालोद, थाना गुरूर-शास. महाविद्यालय गुरूर, दुर्गा पण्डाल, चौकी कंवर-ग्राम सभा स्थल, थाना पुरूर स्कुल ग्राम ओनाकोना, चन्दनबिरह, थाना सनौद शास. आत्मानंद विद्यालय, थाना गुण्डरदेही- हायर सेकेन्डरी स्कूल, थाना रनचिरई रनचिरई, परसाही, थाना सुरेगांव-शास. आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय, थाना-देवरी-नांहदा, चौकी-पिनकापार, फुलसुंदरी, खामतराई, थाना डौण्डी लोहारा बाजार चौक बड़गांव, चौकी संजारी-हाई स्कूल संजारी, खेरथा बाजार शास. महाविद्यालय, थाना मंगचुवा-ग्राम सभा मंगचुवा, थाना दल्लीराजहरा बी. एस.पी. माइन्स राजहरा, थाना महामाया- ग्राम सभा स्थल कोटागांव, थाना डौण्डी-हाई स्कुल डौण्डी, सल्हाइटोला, बेलरगोंद ग्राम सभा व सार्वजनिक स्थान, चौक चौराहों, वर्कशॉप, स्कूल कॉलेजों में लगभग 1800 से अधिक लोगो को साइबर क्राइम के प्रति पाम्पलेट वितरण कर बैनर पोस्टर के जरिये प्रचार-प्रसार कर जागरूक किया गया।
जिला ग्रन्थालय बालोद, शास. घनश्याम सिंह महाविद्यालय बालोद एवं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय बालोद में छात्र/छात्राओं एवं स्टाफ को प्रोजेक्टर के माध्यम से साइबर ठगी के संबंध में अपराध को कार्टून फिल्म व स्लाइड के जरिये दिखाकर जागरूक किया गया। साइबर क्राईम एवं साइबर सुरक्षा के संबंध में आनलाईन फाड, सोशल मीडिया एप्स साइट का उचित उपयोग, डिजिटल अरेस्ट, व्हाट्सएप फेसबुक मैसेंजर के जरिए अश्लील वीडियो कॉल कर ब्लैकमेलिंग, साइबर बुलिंग, ट्रोलिंग, ऑनलाईन फाड, एटीएम का सुरक्षित उपयोग, एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर, ओटीपी, शेयर नही करने, अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचने जैसे साइबर अपराधों से बचाव, हेतू महत्तवपूर्ण जानकारी साझा की गई। बच्चों को मोबाइल एडिक्शन (लत) ऑनलाईन गेम, सोशल एप्स का अत्यधिक उपयोग करने से जो साइकोलॉजिकल तौर पर दुष्प्रभाव होते हैं जिनके कारण बच्चों की जान तक चली जाती है ऐसे मोबाइल मोह से दूर रहने अपील कर जानकारी दी गई, साथ ही साथ बच्चों को नशा से होने वाले दुष्प्रभाव के बारें में जानकारी देकर नशा नही करने की अपील की गई।