छत्तीसगढ़

आज होगी श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा

Nilmani Pal
13 Nov 2022 4:54 AM GMT
आज होगी श्री कृष्ण जन्मोत्सव की कथा
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दुर्ग। श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर में संगीतमय भागवत कथा का आयोजन किया गया है जिसमें आज चौथे दिवस धर्मप्रेमियों की संख्या अधिक रही, कथा में कथावाचक आचार्य डॉ श्री विक्रांत दुबे जी ने कहा कि पाप आंखों के रास्ते मन में पहुंचता है और मन के बाद मनुष्य कि बुद्धि को भ्रष्ट कर देता है। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा अच्छी चीजें व अच्छे साहित्य धार्मिक ग्रंथ पढ़ना चाहिए, ताकि हमारा मन व बुद्धि स्वच्छ रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों के नामांकरण से पूर्व अच्छी तरह सोच-विचार कर उनका नाम रखना चाहिए, क्योंकि हमारे जीवन में नाम का बहुत प्रभाव पड़ता है। जथा नाम तथा गुणा की कहावत हमेशा चरित्रार्थ होती है.

आचार्य जी ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के घरों से माखन चोरी की। इस घटना के पीछे भी आध्यात्मिक रहस्य है। दूध का सार तत्व माखन है। उन्होंने गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात सार तत्व को ग्रहण किया और असार को छोड़ दिया।

प्रभु हमें समझाना चाहते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। इसलिए असार यानी संसार के नश्वर भोग प्रदार्थों की प्राप्ति में अपने समय, साधन और सामर्थ को अपव्यय करने की जगह हमें अपने अंदर स्थित परमात्मा को प्राप्त करने का लक्ष्य रखना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण संभव है।

कथा व्यास ने बताया कि वास्तविकता में श्रीकृष्ण केवल ग्वाल-बालों के सखा भर नहीं थे, बल्कि उन्हें दीक्षित करने वाले जगद्गुरु भी थे। श्रीकृष्ण ने उनकी आत्मा का जागरण किया और फिर आत्मिक स्तर पर स्थित रहकर सुंदर जीवन जीने का अनूठा पाठ पढ़ाया।

समित्ति के सदस्य योगेंद्र शर्मा बंटी ने बताया कि आज भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्मोत्सव एवं श्री कृष्ण की बाल लीला का वर्णन किया जावेगा, जिसमें छोटे छोटे बच्चों को श्री कृष्ण, राधा, ग्वाले सुदामा का रूप में सजाकर आकर्षित झांकी भी दिखाई जावेगी, एवं श्री कृष्ण जन्म पर बधाई स्वरूप मिठाई, खिलौने का वितरण किया जावेगा।


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