कल से नवरात्र का त्योहार शुरू हो रहा है। मूर्तिकारों के यहां से माता की प्रतिमा को पूरा श्रृद्धा और भक्ति के साथ ढोल नगाड़ों की थाप के साथ उनके दरबार तक पहुंचाया गया। लगभग 70 प्रतिशत माता की प्रतिमा पंडाल में पहुंच गई हैं। शेष मूर्तियां आज पहुंचेंगी।
दुर्ग जिले की बात करें यहां छोटी बड़ी प्रतिमा को मिलाकर लगभग एक हजार से अधिक पंडालों में माता की प्रतिमा बिराजती हैं। ज्यादातर मूर्तियां थनौद गांव से आती हैं। यहां 70 प्रितशत कुम्हार घरों में प्रतिमा बनाई जाती है। वहीं बड़ी प्रतिमाओं की बात करें तो 50 से अधिक प्रितमा ऐसी हैं, जिन्हें देखने के लिए पूरा शहर वहां पहुंचता है। भिलाई की बात करें यहां इस बार थनौद और बंगाली मूर्तिकारों के हाथों की बनी प्रतिमा देखने को मिलेगी। न्यू स्टार सार्वजनिक श्रीश्री दुर्गा पूजा उत्सव समिति के अध्यक्ष शंभू जायसवाल ने बताया कि वो लोग कई सालों से माता की प्रतिमा स्थापित करते आ रहे हैं। वो लोग बंगाली कलाकारों के हाथों की बनी मूर्ति को लाते हैं।
उन्होंने इस बार भिलाई टाउनशिप में मूर्तिकारों से प्रतिमा को बनवाया है। इसी तरह छावनी थाने के बगल से बिराज रही माता की विशाल प्रतिमा को भी बंगाली मूर्तिकारों द्वारा बनाया गया है। यह प्रतिमा महिसासुर मर्दिनी के रूप में काफी विशाल है।