बृजमोहन अग्रवाल के 40 वर्षों के संसदीय अनुभव का सदुपयोग कर रही केंद्र सरकार
रायपुर raipur news। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल को संसद की दो स्थाई समितियां में सदस्य मनोनित किया गया है। इस संबंध में कल आदेश जारी हुआ। अग्रवाल पहले ही लोकसभा की सबसे महत्वपूर्ण प्राक्कलन समिति के सदस्य बनाए जा चुके है। ऐसे में अग्रवाल को सदन की तीन अहम कमेटियों में लिया जाना यह बताता है कि उनके 40 वर्षों के संसदीय कार्य के अनुभवों का लाभ केंद्रीय योजनाओं में लिया जाएगा। Brijmohan Agarwal
जारी आदेश के अनुसार बृजमोहन अग्रवाल को कैमिकल्स एवं फर्टिलाइजर कमेटी तथा शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, युवा एवं खेल की स्थाई समिति में सदस्य मनोनित किया गया है। जानकारी के मुताबिक यह स्थाई समितियां संसद के अंदर ही गठित की गई ऐसी समितियां होती हैं जो किसी विशेष विषय या मंत्रालय से संबंधित मामलों पर गहराई से अध्ययन करती हैं। ये समितियां सरकार द्वारा पेश किए गए विधेयकों का विस्तृत अध्ययन करती हैं और उनमें सुधार के लिए सुझाव देती हैं। किसी मुद्दे पर या विधेयकों पर पक्ष और विपक्ष में होने वाले गतिरोध को दूर करने के लिए भी संसद की स्थायी समिति अपनी भूमिका अदा करती है। उक्त समितियों के अलावा अग्रवाल जिस प्राक्लन समिति में सदस्य है उसका उद्देश्य सरकारी मंत्रालयों और विभागों के कामकाज की जांच करना है, जो व्यय और धन के उपयोग के संदर्भ में हैं। समिति प्रशासन में दक्षता और अर्थव्यवस्था के लिए वैकल्पिक नीतियों का सुझाव भी देता है।
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल को केंद्र सरकार ने विभिन्न समितियां में स्थान देकर उनके 40 वर्षों के संसदीय कार्यों का सदुपयोग करना चाहती है।