दुर्ग। दुर्ग शहर के प्रतिष्ठित अग्रवाल परिवार के मुखिया व अग्रवाल समाज दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष प्रतिष्ठित दवा व्यवसाई रेखचंद अग्रवाल ने दो वर्ष पूर्व अपने देहदान की वसीयत नवदृष्टि फाउंडेशन को सौंपी थी. आज उनके निधन के पश्चात रेखचंद के पुत्र सुनील,सुधीर व सुशील अग्रवाल व पत्नी वीणा देवी अग्रवाल ने परिवार के मुखिया की इच्छा का सम्मान करते हुए उनका देहदान कर उनका शरीर शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के छात्रों के रिसर्च हेतु सौंपी। नवदृष्टि फाउंडेशन के कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया,दीपक बंसल,रितेश जैन,सपन जैन ,राजीव अग्रवाल पुरे समय अग्रवाल के अयोध्या अपार्टमेंट मालवीय नगर स्थित निवास पर मौजूद रहे व् देहदान प्रक्रीया में सहयोग किया।
पुत्र सुनील अग्रवाल ने कहा बाबूजी की इच्छा थी की उनके जाने के बाद उनकी देह का समाज के हित में उपयोग हो उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए परिवार ने आज उनका देहदान कर पुत्र होने का कर्तव्य पूरा किया।
सुशील अग्रवाल ने कहा आज अचानक पिता के निधन की खबर से पूरा परिवार सदमे में था उनका देहदान करना हमारे लिए बहुत कठिन फैसला था किन्तु सब ने बाबूजी की इच्छा का सम्मान करते हुए सामाजिक हित में देहदान का निर्णय लिया। नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्य कुलवंत भाटिया ने कहा महाराजा अग्रसेन चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष,श्याम मंदिर के संस्थापक, राम मंदिर एवं श्री कृष्ण गौशाला के संस्थापक सदस्य रेखचंद अग्रवाल के देहदान से पुरे समाज में प्रभावी सन्देश जाएगा व समाज के लोग निश्चित ही इसका अनुसरण कर समाज हित में आगे आएंगे,राज आढ़तिया ने जानकारी दी उम्र 80 वर्ष से अधिक होने के कारण रेखचंद अग्रवाल के नेत्रदान नहीं हो सके.
राज आढ़तिया ने कहा अग्रवाल परिवार के सदस्य सदा ही समाज सेवा के कार्यों में शामिल होते हैं व सहयोग करते हैं. सुधीर अग्रवाल ने हमें रक्तदान शिविर में हमेशा सहयोग किया व समय समय पर समाज हित के कार्यों में सहयोग किया है. अग्रवाल के निवास पर अग्रवाल समाज व दवा व्यवसाई एवं मित्र,पारिवारिक संबंधी बड़ी संख्या में उपस्थित थे सभी ने नाम आँखों से रेखचंद अग्रवाल को विदाई दी.