रायपुर। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला की अध्यक्षता में रविवार को पं. जवाहर लाल नेहरु स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के सेमिनार हाल में समस्त विभाग के डॉक्टरों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला ने समस्त विभाग के डॉक्टरों से बातचीत कर कोरोना काल में चिकित्सा छात्रों की अध्यापन व्यवस्था का सुचारू रूप से संचालन, अस्पताल में मरीजों की बेहतर उपचार व्यवस्था, अस्पताल के वार्डों में सभी डॉक्टरों के नियमित निरीक्षण (वार्ड राउंड), चिकित्सा महाविद्यालय के वार्षिक बजट एवं आवश्यक मानव संसाधनों की उपलब्धता के संबंध में समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े एवं सबसे पुराने मेडिकल कॉलेज होने के नाते यह संस्थान प्रदेश के लिये स्टेट ऑफ द आर्ट इंस्टिट्यूट है जो अपने आप में कई प्रकार की विशेषताओं को समाहित किये हुए हैं। आज यहाँ से शिक्षा प्राप्त किये हुए छात्र बतौर प्रोफेसर, डॉक्टर, प्रशासनिक सेवाओं में, शासकीय एवं निजी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश का सबसे बड़ा तृतीयक स्तरीय रेफ़रल संस्थान होने के कारण पूरे राज्य एवं पड़ोसी राज्यों के मरीज भी यहाँ बेहतर उपचार प्राप्त करने के लिए आते हैं। समय के साथ-साथ यहाँ विभिन्न प्रकार की चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार भी हुआ है। कोरोना काल में सभी डॉक्टरों को चिकित्सा छात्रों की पढ़ाई के साथ मरीजों के उपचार व्यवस्थाओं को और भी सुदृढ़ बनाने का प्रयास करना चाहिए। चिकित्सा अध्यापन का क्षेत्र एक सम्मानजनक क्षेत्र है अतः छात्रों की पढ़ाई के लिये विभागाध्यक्षों को सेमिनार एवं प्रयोगात्मक गतिविधियों पर और अधिक जोर देने की आवश्यकता है। डॉ. शुक्ला ने चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में आवश्यक मानव संसाधन की उपलब्धता एवं बजट को लेकर भी महाविद्यालय प्रशासन एवं अस्पताल प्रबंधन से जानकारी ली तथा मरीजों के उपचार व्यवस्था के दौरान आने वाली तकनीकी एवं व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने की बात कही। उन्होंने समस्त डॉक्टरों को नियमित तौर पर अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण(वार्ड राउंड) सुनिश्चित करने को कहा।
विदित हो कि प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के पूर्व छात्र रह चुके हैं। उन्होंने अपनी चिकित्सा शिक्षा इसी महाविद्यालय से पूरी की और बाद में आईएएस बने। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डॉ. सी. आर. प्रसन्ना, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आर. के. सिंह, चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विष्णु दत्त, अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनित जैन, पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद नेरल, प्रिवेंटिव सोशल मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. निर्मल वर्मा, बाल्य एवं शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. शारजा फुलझेले, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति जायसवाल, कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव समेत समस्त विभाग के डॉक्टर उपस्थित थे।