छत्तीसगढ़
मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने रजवार समाज के पितृपझ उत्सव में हुई शामिल
Shantanu Roy
21 Sept 2025 11:17 PM IST

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Surajpur. सूरजपुर। जिले के ग्राम कोतल श्रीनगर में आज रजवार समाज द्वारा पितृपझ के उपलक्ष्य में आयोजित वार्षिक उत्सव और कर्मा प्रतियोगिता में शामिल होकर मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने समाज और संस्कृति के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता का परिचय दिया। यह आयोजन न केवल समाज की समृद्ध परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को उजागर करने वाला था, बल्कि समाज की एकता और सामाजिक मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का भी महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है। कार्यक्रम में रजवार समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, समाज के गणमान्यजन, युवा और बुजुर्ग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। समारोह की शुरुआत पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ हुई, जिसमें लोकगीत, नृत्य और कर्मा प्रतियोगिता का रंगीन और जीवंत प्रदर्शन देखने को मिला। उपस्थित लोगों ने उत्सव में भाग लेकर समाज की धरोहर को गर्व और सम्मान के साथ साझा किया। मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजन हमारी जड़ों और परंपराओं से जुड़ाव बनाए रखने का माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समाज और समुदाय की अपनी विशेष सांस्कृतिक पहचान होती है, जिसे संरक्षित और बढ़ावा देना आवश्यक है।
मंत्री ने कहा कि लोककला और परंपराओं का संरक्षण न केवल समाज की पहचान को मजबूत करता है, बल्कि युवाओं को भी अपनी संस्कृति से जोड़ता है और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देता है। कार्यक्रम में आयोजित कर्मा प्रतियोगिता ने विशेष आकर्षण का केंद्र बना, जहाँ समाज के युवा कलाकारों ने नृत्य और गीत के माध्यम से अपनी प्रतिभा और सांस्कृतिक समर्पण का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को मंत्री और समाज के गणमान्यजन द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक रूप से हुआ, जिसमें सभी उपस्थितजन अपने पारंपरिक वेशभूषा और उत्सव के रंग में ढलकर सांस्कृतिक एकता और भाईचारे का संदेश साझा करते नजर आए। समाज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने इस अवसर पर कहा कि रजवार समाज जैसे समुदायों के वार्षिक उत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम हमारी लोकधरोहर और सामाजिक मूल्यों को संजोए रखने का अद्भुत माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि इन आयोजनों से युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक विरासत से जुड़कर समाज को सशक्त और संगठित रूप में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित होती है। इस प्रकार का उत्सव न केवल मनोरंजन और सामूहिक भागीदारी का माध्यम है, बल्कि यह समाज में समानता, सहयोग और एकता को बढ़ावा देने का भी प्रमुख अवसर प्रदान करता है। मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े के समागम ने इस आयोजन की गरिमा और महत्व को और अधिक बढ़ाया।
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