छत्तीसगढ़

कुशल डुडेजा-प्रिंस शर्मा को Police बचा रही क्या ?

Shantanu Roy
1 July 2024 12:02 PM GMT
कुशल डुडेजा-प्रिंस शर्मा को Police बचा रही क्या ?
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छग
Raipur. रायपुर। राजधानी के स्टील कारोबारी steel trader अनूप अग्रवाल Anup Aggarwal से उधार में 10.17 करोड़ रुपये का फिनिश्ड गुड्स लेकर भुगतान नहीं करने वाले पांच कारोबारियों के खिलाफ तेलीबांधा थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपितों में स्थानीय दंपती समेत हिसार (हरियाणा) के रहने वाले तीन कारोबारी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रिंस शर्मा और कुशल डुडेजा बड़ी राजनीतिक स्तर पर बचाने की कोशिश की जा रही है। दोनों आरोपियों द्वारा अपने आपमें शेखी बघारते हुए वीकेंड्स की पार्टियों और रायपुर के अलग-अलग इलाके के होटलों, बारों, कैफ़ेज़ में बैठकर पुलिस पर ये मिथ्या आरोप लगा रहे है कि उन्होंने पुलिस को 50 लाख से लेकर 1 करोड़ में खरीद लिया है और उनका पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ सकती है।
जिससे प्रिंस शर्मा और कुशल डुडेजा के बयानों और मिथ्या आरोपों से रायपुर पुलिस और पूरे छग राज्य के कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे है और रायपुर पुलिस को बदनाम करने की नाकाम कोशिश की जा रही है। इस मामलें से जुड़े लोगों सभी संपर्क करने का प्रयास किया गया मगर उनसे संपर्क नहीं हो पाया है जिसकी वजह से मामलें की पूरी सच्चाई अभी तक सामने नहीं आ पाई है। आपको बता दें कि रायपुर में 18 जून को एक कारोबारी अनूप अग्रवाल ने पार्टनरशिप लेने का झांसा देकर 10 करोड़ की ठगी का केस दर्ज कराया था। जिसके बाद इस मामलें में अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं की गई है और पुलिस से प्रिंस शर्मा और कुशल डुडेजा लगातार अपने-अपने राजनीतिक पॉवर का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हट रहे है।

ये है पूरा मामला
तेलीबांधा पुलिस थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल ने बताया कि मौलश्री विहार निवासी अनूप अग्रवाल(42) सर्वमंगला इंफ्राबिल्ड Sarvamangala Infrabuild प्रा.लि. के डायरेक्टर हैं। कंपनी का काम स्टील सामग्री की खरीद-बिक्री का है। पिछले साल कुशल डुडेजा नामक व्यक्ति उनसे कार्यालय में मिलने आया। उसने कहा कि आपकी कंपनी से स्टील सामग्री की आपूर्ति करवाकर कम समय में अधिक मुनाफा कमाने का बहुत अच्छा प्रस्ताव है। मेरी मध्यस्थता के लिए मुझे लाभांश देना होगा। जिस पर अनूप ने कुशल को बैठक करने को कहा। इसके बाद कुशल डुडेजा और स्टील कारोबारी राजेश शर्मा, राकेश शर्मा, प्रिंस शर्मा की अनूप के साथ बैठक हुई।

आरोपित कारोबारियों ने अनूप के साथ बैठक में दावा किया था कि उनके परिवार की छत्तीसगढ़ और हरियाणा के हिसार में स्टील का कारोबार करने वाली कंपनियां और प्लांट हैं। इसलिए काफी बड़ी-बड़ी मात्रा में स्टील सामग्रियों का हमेशा आर्डर रहता है, यदि आपकी कंपनी हमारे बताए अनुसार स्टील सामग्री की आपूर्ति नियमित रूप से करती रही, तो कुछ ही समय में हम लोग आपकी कंपनी के साथ दशभर में कार्य करने के लिए पार्टनरशिप करेंगे। इस दौरान कुशल डुडेजा ने अनूप से फोन पर कुछ व्यक्तियों की बातचीत भी कराई। आरोपितों ने यह भी कहा कि स्टील सामग्री का बिल सत्या आयरन एंड स्टील प्रायवेट लिमिटेड, हथखोज(भिलाई) के नाम से बनेगा। इस कंपनी के डायरेक्टर राजेश शर्मा और उनकी पत्नी अंजू शर्मा हैं।

आरोपितों के झांसे में आकर अनूप ने 14 जनवरी 2023 से स्टील (फिनिश्ड गुड्स) की आपूर्ति करना शुरू कर दिया। शुरू में आरोपित कारोबारियों ने विश्वास जमाने के लिए उधार में लिए गए स्टील सामग्री का भुगतान भी किया। जब बकाया 10.17 करोड़ रुपये हो गया तब आरोपितों ने अचानक से भुगतान करना बंद कर दिया। राजेश व कुशल से बकाया रकम मांगने पर टालमटोल करने लगे। इसके बाद अनूप ने स्टील सामाग्री की आपूर्ति बंद कर दी। इस बीच आरोपितों ने आश्वासन दिया कि यदि बकाया रकम का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो फिनिश्ड गुड्स उपलब्ध करवा देंगे।

अनूप के मुताबिक फरवरी-2024 के बाद फिर से आरोपित पैसे का भुगतान करने में टालमटोल करने लगे। तब उन्होंने पुलिस थाने में शिकायत करने की बात कही। जिस पर आरोपितों ने 15 मई 2024 तक बकाया चुकाने की बात कही, लेकिन इस अवधि के बीत जाने के बाद भी पैसे नहीं दिए। शंका होने पर अनूप ने हथखोज स्थित सत्या आयरन एंड स्टील प्रा.लि. कार्यालय और प्लांट जाकर पता किया तो दोनों बंद मिले। वहां मौजूद कई कारोबारियों ने आरोपितों द्वारा लाभ दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की स्टील सामाग्री उधार में लेकर फैक्ट्री व प्लांट बंद कर फरार होने की जानकारी दी। राजेश शर्मा के वालफोर्ट हाइट्स, भाठागांव स्थित मकान भी बंद मिला।
प्रकरण की सही और सटीक जानकारी के लिए तेलीबांधा थाना प्रभारी विनय बघेल से संपर्क करने की कोशिश की गई और वही रायपुर शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले से भी संपर्क किया गया लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया। जिसकी वजह से मामलें की सही जानकारी और सच्चाई और पुलिस का पक्ष सामने नहीं आ पाया है। थाना प्रभारी विनय बघेल से उनके व्यक्तिगत नंबर से बात होने पर उन्होंने बयान दिया है कि 10 करोड़ के ठगी मामले की विवेचना चल रही है। इस विषय पर कोई भी जानकारी देने अभी उचित नहीं है। जैसे ही मामलें में कोई अपडेट आएगा पूरी जानकारी वो खुद साझा करेंगे।
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