रायपुर raipur news। कमल विहार, एशिया की सबसे विकसित इस कॉलोनी जिसे सिंगापुर की तर्ज पर विकसित करने का दावा सरकारों ने किया था उसकी आज हालत स्लम बस्ती से भी बदतर हो गई है। विगत 3 माह से अत्यधिक समस्या हो रही है। सभी सेक्टरो में अंडरग्राउड बिजली और ड्रेनेज सिस्टम खोखला साबित हो रहा है। सभी सेक्टरों में विशेषकर सेक्टर 4- 5 में बाजू के लालपुर बस्ती का गंदा पानी और कचरा ओवरफ्लो हो रहा है। लालपुर के पार्षद ने बस्ती का सिवरेज पाइप सेक्टर 4 की तरफ मोड़ दिया है। जिससे पिछले 10 दिन से ये समस्या विकराल हो रही हैं। यह गंदा पानी, पीने के पानी के नल में भी जा रहा है। जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ गया है। chhattisgarh
chhattisgarh news यहां कभी सड़को का मेन्टनेस, सफाई होती नहीं जिससे पानी निकलने का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। कमल विहार के निवासी एस के सिंग, दीपक जैन, वी के मिश्रा, एल पी पाण्डेय ने बताया कि आरडीए के अधिकारियों को बार-बार बताने पर भी समस्या हल नहीं हो रहा है। सेक्टर 4 में योग केन्द्र परम जीवनम के पास उस क्षेत्र की सभी कचरा उठाने वाली नगर निगम की गाड़ियां पिछले आठ माह से वहां कचरा डम्प कर रही है। जिससे आस-पास के निवासियों को अत्यंत समस्या हो रही है।
नगर-निगम के अधिकारियों एवं पार्षद को बताने पर भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस मुद्दे को लेकर रहवासी एन.जी.टी जाने की तैयारी कर रहे हैं। कौशल्या विहार की जगह कचरा विहार में तब्दील हो गया है। रहवासी अगले नगर निगम चुनाव में इन समस्याओं को लेकर व्यापक मुद्दा बना सकते है। यहां रहने वालों को ऐसा लग रहा है कि सरकारी कॉलोनी में घर लेना मुसीबत का कारण बन गया है। कमल विहार में कई जगह फ्लैट और रो हाउस भी बनाए गए है जिसके निम्न मध्यमवर्ग के लोगो ने अपना जमा पूंजी लगा दी है और वे अब ठगा महसूस कर रहे हैं।