कुपोषण से जंग: गर्भवती-धात्री माताएं, किशोरी बालिका और बच्चों ने सीखी योगक्रियाएं
रायपुर। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत प्रदेश में सितम्बर माह में चरणवार गतिविधियां चल रही हैं। इस दौरान आंगनबाड़ियों में योग आयोग के सहयोग से गर्भवती महिलाओं, धात्री माता, किशोरी बालिका और बच्चों को योग का महत्व समझाते हुए योगाभ्यास और व्यायाम पर भी जोर जा रहा है। अभियान के दौरान योग प्रशिक्षकों ने बच्चों को प्राणायाम और ताड़ासन, कटिचक्रासन, वृक्षासन जैसे कई योगासन सिखाए हैं। इसके साथ ही स्कलों में पढ़ रही किशोरी बालिकाओं को योग से जोड़ते हुए स्वस्थ जीवन शैली का महत्व बताया जा रहा है। स्वस्थ्य जीवन शैली के लिए योग के महत्व को देखते हुए इस वर्ष पोषण अभियान में योग को भी शामिल किया गया है। लोगों को कुपोषण से बचाने के लिए योग, ध्यान व आसन के साथ सही खानपान और उसके पाचन संबंधी जानकारियां दी गई हैं। इसके साथ ही महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल के साथ छोटी-मोटी बीमारियों से लड़ने के लिये आयुष पद्धति (घरेलु पद्धति) के बारे में समझाया जा रहा है।