छत्तीसगढ़

राजधानी में ड्रग्स: महिला सहयोगी के साथ समाजसेवी का तस्कर बेटा गिरफ्तार

Admin2
10 Dec 2020 6:03 AM GMT
राजधानी में ड्रग्स: महिला सहयोगी के साथ समाजसेवी का तस्कर बेटा गिरफ्तार
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मुंबई से ड्रग्स का सौदा करनेवालों की चेन टूटी

रायपुर। रायपुर. राजधानी के साथ दुर्ग-भिलाई में ड्रग्स की तस्करी करने वाले रैकेट की बड़ी चेन का खुलासा हुआ है। पुलिस ने बुधवार की शाम राजेंद्रनगर में छापा मारकर तस्कर हर्षवर्धन शर्मा और उसकी सहयोगी युवती प्रीत कौर निरंकारी को पकड़ा। प्रीत मुंबई के ड्रग्स तस्करों से सौदा करती थी। रायपुर सप्लाई होने के बाद हर्षवर्धन और प्रीत राजधानी सहित राज्य के दूसरे बड़े शहरों में एजेंटों के बेचते थे। पुलिस की घेरेबंदी में फंसने के दौरान भी उनकी कार से ड्रग्स मिला है। पुलिस को प्रीत और हर्ष के बारे में क्लू ड्रग्स पैडलर रायडेन के फोन से मिला था। रायडेन मुंबई का ड्रग पेडलर है। पुलिस ने रायडेन को करीब दो महीने पहले पकड़ा था। उसी के बाद से ही प्रीत और हर्ष पुलिस के निगाह में थे। पूछताछ में हर्षवर्धन ने महिला मित्र भिलाई निवासी लखप्रीत कौर के साथ मिलकर कोकीन की सप्लाई करने की बात कबूली है। हर्षवर्धन की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर लखप्रीत भागने के फिराक में थी, जिसे पुलिस ने ट्रेस कर डीडी नगर रायपुर में रिंग रोड से गिरफ्तार किया। आजाद चौक सीएसपी अंकिता शर्मा, राजेंद्र नगर थाना पुलिस और डीडी नगर थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की। लखप्रीत और हर्षवर्धन से पुलिस पूछताछ कर रही है। दोनों के मोबाइल फोन की जांच की जा रही है। इन दोनों के संपर्क में रहने वाले लोगों तक पहुंचने के प्रयास में पुलिस लग गई है।
घर में खड़ी कार में छिपा रखी थी कोकीन
पुलिस हर्षवर्धन की तलाश में जुटी थी। सूचना मिलने पर जब न्यू राजेंद्र नगर स्थित हर्षवर्धन के घर पर पुलिस ने छापा मारा तो वह मौजूद था। उसे पकड़ कर पुलिस लाई और कोकीन के बारे में पूछताछ की। आरोपित ने घर के आंगन में खड़ी कार में कोकीन छिपाकर रखना बताया। इसके बाद पुलिस ने कार से कोकीन बरामद की।
मामले में दूसरी महिला की गिरफ्तारी
कोकीन सप्लाई के मामले में पुलिस ने बुधवार को दूसरी महिला को गिरफ्तार किया। लखप्रीत कौर से पहले पुलिस ने भिलाई निवासी निकिता पंचाल को गिरफ्तार किया था। मामले में और भी युवतियों के नाम सामने आ सकते हैं।
इंटरनेट मीडिया में डाला था पोस्ट
कोकीन सप्लाई के मामले में पकड़े गए आरोपित हर्षवर्धन ने कोकीन के साथ इंटरनेट मीडिया एक पोस्ट डाला था। इसमें उसने कैप्शन डाला था-विथ लाइन। इसमें चार-पांच पुडिया दिख रहीं थी और इसके अलावा एटीएम कार्ड से जरिए पाउडर की लाइन बनाई गई थी।
दोनों के फोन से मिले ड्रग्स का नशा करने वालों के नंबर
पुलिस ने हर्ष और प्रीत का फोन जब्त कर लिया है। उनकी लग्जरी कार भी जब्त की गई, जिसमें दोनों ड्रग्स की तस्करी करते थे। दोनों के फोन की प्रारंभिक जांच में ड्रग्स लेने वाले 35 से ज्यादा लोगों का नंबर मिला है। ड्रग्स लेने वालों से हर्ष और प्रीत इंटरनेट कॉल पर बातचीत करते थे। कुछ लोगों से चैट के माध्यम से डिलिंग होती थी। वीआईपी रोड के होटल और रेस्टोरेंट में वीकेंड में अक्सर नशे की पार्टी का आयोजन करते थे। पुलिस के अनुसार जिन लोगों का नंबर मिला है। उन्हें तलब किया जाएगा। इसमें कुछ और लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी। जिन लोगों का नंबर मिला है, सभी संभ्रांत घरों के युवक-युवतियां है। इसमें कुछ अधिकारियों वे नेताओं के बच्चे भी हैं।
गोलीकांड के बाद भाग गए दिल्ली : लॉकडाउन में वीआईपी रोड के होटल में बर्थडे पार्टी के दौरान गोली चल गई थी। गोली जिस युवती के विवाद के कारण चला था, वह प्रीत की बड़ी बहन है। प्रीत की बड़ी बहन अभिजीत कौर को तेलीबांधा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। घटना के बाद दोनों बहन दिल्ली चले गए। पुलिस के अनुसार लगातार कार्रवाई के बाद भी प्रीत ने ड्रग्स की तस्करी नहीं छोड़ी। वह पहले की तरह वह ड्रग्स की तस्करी करती रही। हर्ष और प्रीत का कई बड़े लोगों से संबंध है। दोनों अक्सर हाईप्रोफाइल पार्टियों में देखे जाते हैं।
हिस्ट्रीशीटर है हर्षवर्धन
पुलिस को लगातार हर्षवर्धन शर्मा के विरुद्घ कई शिकायतें मिल रही थीं। कुछ माह पूर्व ही राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में महिला मित्र के साथ मारपीट करते हुए शर्मा का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें इंद्रजीत गुप्ता नामक युवक ने युवती को बचाने का प्रयास किया था। इस पर बदमाश हर्ष में इंद्रजीत के साथ मारपीट करते हुए उसे जान से मारने की धमकी दी थी। हषवर्धन के खिलाफ अलग-अलग थानों में वसूली, मारपीट सहित अन्य मामले दर्ज हैं। वह जेल भी जा चुका है। बता दें कि रायपुर जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने ट्विटर के माध्यम से ट्वीट कर हर्षवर्धन को शहर के गुंडा-बदमाश की सूची में शामिल किया था। इसके बाद से उसे हाजिरी के लिए राजेंद्र नगर थाना बुलाया जाता था।

समाजसेवा की आड में अवैध कारोबार और कारोबारियों को देते हैं प्रश्रय

कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी इवेंट प्रोग्राम के संरक्षक बनकर पुलिस को गुमराह कर नशे की पार्टी का आयोजन कराते है। उनमें से कुछ समाज के सेवक या सेविका बनकर पुलिस आला अधिकारी के पास अपने फर्जी कार्यकलापों का ढिंढोरा पीटते है और अपने दुश्मन के लिए मुखबिरी करने से बाज भी नहीं आते। पिछले 4-5 सालों में बहुतेरे ऐसे इवेंट एजेंसी है जिन्होंने फेसबुक, व्हाट्सएप और सोशल मीडिया को टारगेट कर युवाओं को बरगलाए है और नशे की पार्टी के लिए प्रेरित किया है। इस तरह के इवेंट पार्टी में युवाओं को गलत और नशे का कारोबार में धकलने के लिए सुनियोजित प्लानिंग के तहत नशे के कारोबार का गेम प्लान बनाया जाता है और अधिकतर बड़े घरानों के लड़के और बेरोजगार युवक-युवतियां इनके झांसे में आकर ना चाहते हुए भी इस गोरख धंधे में ब्लैकमेल होते हुए नशे के दलदल में धस जाते है। ऐसे इवेंट के जालसाज लोग बड़े चालबाज होते है जो छुटभैया नेताओं के नेतृत्व में एक रेस्ट्रॉन्ट या कैफे का मालिक एक या दो समाज सेवक या सेविका तथा तथाकथित फर्जी पत्रकार, इवेंट कंपनी, नशे के कारोबारी इस सबको मिलाकर एक टीम बनाकर युवाओं को ऐनकेन प्रकारेण शामिल कर छत्तीसगढ़ के आबो हवा को खऱाब कर रहे है। इनकी सबसे बड़ी गारंटी ये होती है कि आपको हम पेज 3 पार्टी का सुपरस्टार बना देंगे। आप रातोरात सोशल वर्कर बन जायेंगे। और आपको पुलिस से भी डरने की जरुरत नहीं। अब पुलिस चाहिए कि ऐसे लोगों पर नकेल कसना चाहिए। और समाज को बुराइयों से बचाए।



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