छत्तीसगढ़

दिव्यांग बच्चों ने खूब मटकी फोड़ी, जमकर लगाई दौड़

Nilmani Pal
9 Dec 2024 4:30 AM GMT
दिव्यांग बच्चों ने खूब मटकी फोड़ी, जमकर लगाई दौड़
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भिलाई। सामाजिक संगठन गोल्डन एम्पथी (जीई) फाउंडेशन की ओर से दिव्यांग बच्चों के लिए रविवार को आयोजित वार्षिक खेल मेला 'उड़ान' में सुबह से शाम तक रौनक रही। विभिन्न जिलों से आए 300 से ज्यादा विशेष बच्चों ने अपनी खेल प्रतिभा का जबरदस्त प्रदर्शन किया। इन बच्चों ने न सिर्फ मटकी फोड़ी और दौड़ लगाई बल्कि ड्राइंग एवं पेंटिंग प्रतियोगिता में भी अपनी कल्पना को रंग भर कर अतिथियों को हैरान कर दिया। शासकीय-अशासकीय समस्त संस्थानों से आए अतिथियों ने न सिर्फ इन बच्चों की जम कर तारीफ की बल्कि आयोजक जीई फाउंडेशन की पहल को भी अनुकरणीय बताया। भिलाई निवास के सामने स्थित मैदान में रविवार की सुबह उपस्थित अतिथियों ने प्रतीक स्वरूप गुब्बारे उड़ाकर 'उड़ान' का औपचारिक शुभारंभ किया।

आयोजन में विभिन्न संस्थानों से आए विशेष बच्चों के लिए अलग-अलग तमाम व्यवस्थाएं की गई थी। यहां बच्चों ने ड्राइंग एवं पेंटिंग में उत्साह के साथ भाग लिया। इस दौरान सुबह से शाम तक दिव्यांग बच्चों के लिए विविध खेल प्रतियोगिताएं हुईं। जिसमें इन बच्चों ने शारीरिक अक्षमता को पीछे छोड़ते हुए मैदान में अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। आयोजन में पहुंचे भिलाई स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि समाज से विशेष बच्चों को एक मंच पर लाना और उन्हें अवसर देने जीई फाउंडेशन का कार्य अतुलनीय है। बीएसपी के कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. रवींद्रनाथ एम. ने कहा कि विशेष बच्चों के प्रति जीई फाउंडेशन अपनी जवाबदारी बखूबी निभा रहा है, यह हम सबके लिए प्रेरणास्पद है।

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उपमहानिरीक्षक बी एस पंते ने इन विशेष बच्चों को लड्डू खिला कर मुंह मीठा करवाया और पूरे आयोजन को अनुकरणीय बताया। सेंट थॉमस मिशन के राजू फादर ने कहा कि जीई फाउंडेशन ने दिव्यांग बच्चों के प्रति अपनी सेवाओं से समाज को यह एहसास भी कराया है कि इन विशेष बच्चों को लेकर उन सभी की भी जिम्मेदारी बनती है। वहीं युवा नेता मनीष पांडेय ने कहा कि यहां दिव्यांग बच्चों के लिए जो काम जीई फाऊंडेशन कर रहा है उसका संदेश अब पूरे देश मे जा रहा है। पुलिस उप महानिरीक्षक प्रखर पांडेय ने प्रतिभागी बच्चों को सम्मानित करते हुए आयोजन की सराहना की। इस दौरान बच्चों के साथ आए शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।

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