छत्तीसगढ़

Congress नेता बैज को फूंक-फूंक कर रखना होगा कदम

Nilmani Pal
12 Jun 2024 5:43 AM GMT
Congress नेता बैज को फूंक-फूंक कर रखना होगा कदम
x

कांग्रसी छुटभैये नेता अपने कृत्य से कर रहे पार्टी नेताओं की छवि धूमिल

कांग्रेस की बची हुई इज्जत को भी कर रहे धूमिल

छुटभैया नेताओं में अभी भी मची है स्थान बनाने की होड़

विज्ञापन एजेंसी और अखबार मालिकों को सावधान रहने की जरूरत

छुटभैया बहरूपिए नेताओं से नकद पैसा लेकर ही विज्ञापन प्रकाशित करें

चूजा छुटभैया नेता ने अखबार दफ्तर में फोन कर उसके खिलाफ छपी खबरों के लिए धमकाने का प्रयास किया, फिर ज्ञान की बातें की

एड एजेंसी द्वारा भुगतान के लिए लिखा गया पत्र और तात्कालीन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला द्वारा कांग्रेस के विभिन्न पदाधिकारियों से विज्ञापन के भुगतान के लिए लेने वाले राशि के लिए जारी की गई सूची। छुटभैये नेताओं ने एड एजेंसी का लगभग 7 लाख रोक रखा है। कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने जनता से रिश्ता को उपलब्ध कराया है। बाकी कल के अंक में भी

रायपुर raipur news । कांग्रेस शासन काल में छुटभैया नेताओं ने हर जगह कमीशनखोरी तो जमकर किया और तो और अखबार वालों को भी नही छोड़ा। तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के जन्मदिन पर उनके नजदीकी होने का झूठा दावा करने और दिखाने के लिए सभी अखबारों में कई विज्ञापन प्रकाशित करवाए लेकिन जब भुगतान की बारी आई तो अगल बगल झांकने लगे। अंत में सरकार भी गई और भुगतान नहीं किये। छुटभैया कांग्रेसी नेताओं के इसी हरकत से सरकार भी चली गई।

Advertising Agency भूपेश बघेल के इर्द गिर्द रहने वाले छुटभैये कांग्रेसी नेताओ ने उन्हें विपक्ष में बैठने मजबूर कर दिया। जिसे भूपेश बघेल समझ नहीं पाए। मजे की बात पिछली कार्यकारिणी में विज्ञापन घोटाला करने वाले पदाधिकारीगण दीपक बैज की कार्यकारिणी में भी पद जुगाडऩ़े में सफल हो गए है। उनकी गतिविधियां ऐसी ही रही तो बैज के लिए विरोधियों की जरूरत नहीं पड़ेगी। वो खुद आस्तीन के सांप पाल रहे हैं ऐसा माना जा रहा है। गौरतलब है कि मोहन मरकाम की कार्यकारिणी में रहे कुछ छुटभैया नेता चाटुकारिता कर बैज के नजदीक हो गए है, दूसरे वो बड़े नेताओं से सिफारिश के कारण पद पा गए हैं । ऐसे नेताओं से बैज को सावधान रहने की जरूरत है, नहीं तो ये नेता बीच मंझधार में नैया डूबाने में देर नहीं करेंगे। कुछ नेता अपने जेब से खुद के खर्च का विज्ञापन न देकर निगम मंडल के खाते से विज्ञापन देकर सीएम के नजदीकी बनने की कोशिश की । अगर सही ढंग से जांच की जाए तो बहुत बड़ा विज्ञापन घोटाला सामने आ सकता है। भाजपा सरकार को चाहिए कि किन निगम और मंडलो से विज्ञापन दिया गया कितने का विज्ञापन दिया गया। अधिकतर नेता सरकारी विज्ञापन तक सीमित रहे।

भुगतान अभी तक नहीं हुआ

Chhattisgarh Congress छत्तीसगढ़ में इसके पूर्व भी कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के चमचों ने उनके जन्म दिन पर भरपूर विज्ञापन अखबारों में दिया लेकिन आज दो साल से अधिक का समय बीत चूका है उसका भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। और मोहन मरकाम पीसीसी अध्यक्ष और विधायक भी नहीं रहे ऐसे में कोई छुटभैये कांग्रेसी नेता भुगतान करने का नाम भी नहीं ले रहा है। इस सम्बन्ध में संगठन के नेता से बात करने पर उनका रटा रटाया जवाब रहता है मै भी शर्मिंदा हूं की अभी तक भुगतान क्यों नहीं हुआ, छुटभैये नेता ऐसा कृत्य क्यों करते हैं जिससे नेता जी की छवि धूमिल होती है। मंै स्वयं इस मामले को देखता हूं लेकिन महामंत्री जी सिर्फ देख रहे हैं। और देखते देखते वे खुद संगठन से बाहर हो गए। अब समस्या आती है की इसका भुगतान कौन करेगा। वर्तमान पदाधिकारी से संपर्क करने पर उनका कहना होता है की हमने कोई विज्ञापन नहीं दिया है जिन्होंने दिया है उनसे संपर्क करें। दूसरी और उस समय के संगठन महामंत्री खुद भाजपा में शामिल हो गए हैं।

दोपहर के अखबार में छपवा कर बड़े अखबार का बताया

छत्तीसगढ़ के अधिकांश विधानसभा क्षेत्र के छुटभैया नेताओं की भी कलाकारी सामने आई । सभी विधानसभा से कई दावेदारों ने कई प्रकार की कलाकारी कर पीडीएफ बनाकर अलग-अलग बड़े अखबारों की कतरन बनाकर अपने नेता के सामने पेश करने से भी पीछे नहीं रहे। नतीजा ये हुआ की कांग्रेस ही सत्ता से बाहर हो गई।

Next Story